बिजली चोरी पकड़ने गई टीम व ग्रामीणों में झड़प, पथराव से 3 पुलिस कर्मचारी घायल

7/21/2017 2:50:18 PM

गुहला-चीका(गोयल):उपमंडल के गांव हरिगढ़ किंगण में गत देर रात बिजली चोरी पकड़ने गई विजीलैंस की टीम पर ग्रामीणों ने धावा बोल दिया। विजीलैंस की टीम की सहायता हेतु जब पुलिस आई तो ग्रामीणों ने उन्हें भी नहीं बख्शा और पत्थरबाजी करके कई पुलिस कर्मचारियों को घायल कर दिया। जानकारी के अनुसार विजीलैंस बिजली बोर्ड करनाल ने एस.डी.ओ. प्रवीण कुमार के नेतृत्व में अपनी टीम के साथ छापामारी शुरू की। प्रवीण कुमार के अनुसार बिजली निगम की टीम ने अभी एक मकान में ही छापा मारा था और दूसरे मकान में जांच के लिए गए ही थे कि मकान के बाहर सैंकड़ों लोग इकट्ठे हो गए। लोगों की भीड़ बढ़ती देख मकान के मालिक गुरप्रीत सिंह ने बिजली निगम की टीम को बाहर न निकलने की सलाह दी और मकान का दरवाजा अंदर से बंद कर लिया। 

उधर किसी व्यक्ति ने गांव के मंदिर के स्पीकर से बिजली कर्मचारियों के गांव में छापा मारने की घटना की घोषणा करवा दी जिससे गांव के लोग भड़क गए और अपने हाथों में ईंट, पत्थर व लाठियां आदि लेकर उक्त मकान के बाहर जुट गए। लोगों की भीड़ में भारी संख्या में महिलाएं भी मौजूद थीं। लोगों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए तुरंत चीका पुलिस को सूचित किया गया और देखते ही देखते पुलिस की 2 गाड़ियां भरकर मौके पर आ गईं परंतु जब लोगों का गुस्सा शांत न हुआ तो फिर मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों ने अपने आला अधिकारियों को स्थिति से अवगत करवाया और फोर्स भेजने का आग्रह किया। इस बीच जहां मकान के अंदर बिजली कर्मचारियों की स्थिति एक बंधक की तरह रही, वहीं मकान के बाहर खड़ी पुलिस लोगों को समझाने व बुझाने का काम करती रही। इस बीच कैथल से भी भारी फोर्स मौके पर आ गई परंतु इसी बीच किसी शरारती तत्व ने नजदीक के ट्रांसफार्मर के स्विच को ऑफ कर दिया और इसके साथ ही चारों तरफ अंधेरा छा गया।

घायल पुलिस कर्मचारी अस्पताल में भर्ती
पत्थरबाजी में घायल 3 पुलिस कर्मचारियों को घटना के तुरंत बाद स्थानीय महावीर दल चीका में भर्ती करवाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद 2 कर्मचारियों को तो छुट्टी दे दी गई जबकि 1 पुलिस कर्मचारी की स्थिति गंभीर होने के चलते उसे अस्पताल में भर्ती कर लिया गया। अस्पताल के डाक्टर पुरुषोत्तम सिंगला ने बताया कि देर रात कुछ पुलिस कर्मचारियों को अस्पताल में लाया गया था जिसमें से भीम सिंह पुलिस कर्मचारी की स्थिति गंभीर थी और उसे अस्पताल में भर्ती कर लिया गया जबकि अन्य कर्मचारियों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई थी। 

रात को जांच करना ठीक नहीं : सरपंच
गांव के सरपंच निर्मल सिंह, पूर्व सरपंच जोरा सिंह, प्रभावित परिवार के एक व्यक्ति गुरप्रीत सिंह व अन्य मौजिज लोगों ने घटना पर चर्चा की और मौके पर पहुंचे पत्रकारों को कहा कि पुलिस कर्मचारी जानबूझकर रात को जांच करने आते हैं ताकि जांच के नाम पर रिश्वत ऐंठी जाए। सरपंच निर्मल सिंह ने कहा कि सरकार के भी आदेश हैं कि रात के समय गांवों में किसी प्रकार की भी चैकिंग न की जाए। 

200 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज
नगर पुलिस ने विजीलैंस निगम करनाल के एस.डी.ओ. प्रवीण कुमार की शिकायत पर लगभग 200 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इसके अतिरिक्त पुलिस ने कुछ लोगों को नामित भी किया है। सभी आरोपियों पर सरकारी काम में बाधा डालने, सरकारी सम्पत्ति को नुक्सान पहुंचाने व सरकारी कर्मचारियों को जान से मार देने की धमकी देने का आरोप है। इस बीच एस.एच.ओ. चीका जितेंद्र कुमार ने बताया कि मामला दर्ज करने के बाद फिलहाल किसी की गिरफ्तारी नहीं की गई है।

ग्रामीणों ने कहा कि वे जांच में बिजली कर्मचारियों का हर प्रकार का सहयोग देने के लिए तैयार हैं परंतु शर्त यह है कि जांच तयशुदा समय में हो और जांच के दौरान गांव का सरपंच, पंच अथवा कोई प्रतिष्ठित व्यक्ति साथ हो ताकि बिजली कर्मचारियों की मनमानी न चल सके। निर्मल सिंह ने कहा कि ग्रामीण यह कदापि सहन नहीं करेंगे कि जब रात को किसी घर में कोई बहू-बेटी अकेली हो तो बिजली कर्मचारी जांच के नाम पर घरों में घुस जाएं। वे बिजली निगम की इस धक्केशाही की शिकायत हलका विधायक कुलवंत बाजीगर व प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल से भी करेंगे।