घर में घुसा तेंदुआ, मचा हड़कंप, डेढ़ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पकड़ा गया (VIDEO)

3/7/2019 8:54:48 PM

पलवल(दिनेश): रामनगर कालोनी स्थित एक मकान में वीरवार सुबह साढ़े 9 बजे तेंदुआ घुस आया। तेंदुआ को मकान के बाथरुम में देख प्रत्यक्षदर्शी के होश उड़ गए और उसने सहास दिखाते हुए बाथरुम के गेट को तुंरत बंद कर दिया। तेंदुआ की सूचना मिलते ही कालोनी में हडकंप मच गया। सूचना मिलते ही भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा और इसकी सूचना वन्य जीव प्राणी टीम को दी गई। लगभग 12 बजे वन्य जीवन प्राणी विभाग की दो टीम मौके पर पहुंची और करीब डेढ़ घंटे की मश्क्कत के बाद तेंदुआ को काबू किया गया।



पलवल में तेंदुआ घुसने का यह कोई पहला मामला नही है बल्कि इससे पहले भी 16 फरवरी वर्ष 2016 व 15 अक्टूबर वर्ष 2016 को दो बार तेंदुआ को पलवल शहर से रेसक्यू किया गया था। कालोनी निवासी ज्योति ने बताया कि उनके मकान के सामने गांव गुदराना निवासी रमेश का मकान है। जिसमें एक पटवारी किराए पर रहता है। सुबह 9 बजे कोई व्यक्ति पटवारी से मिलने आया था। जैसे ही वह व्यक्ति मकान के अंदर घुसा तो उसने देखा कि बाथरुम में तेंदुआ छुपा हुआ था। उस व्यक्ति ने तुंरत बाथरुम के गेट को बंद कर दिया। जिसके बाद कालोनी के चार-पांच व्यक्ति मौके पर पहुंचे और बाथरुम के गेट के समाने लक्कड़ लगाकर उसे सख्ती से बंद कर दिया।



गनीमत यह रही कि तेंदुआ ने किसी पर वार नही किया और समय रहते ही बाथरुम के गेट को बंद कर दिया गया था। जिसके बाद कालोनी में हडकंप मच गया। सूचना मिलते ही भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा और आस-पास के मकानों को खाली कराया गया। तेंदुआ की सूचना मिलते ही शहर के हजारों लोग मौके पर एकत्रित हो गए। पुलिस ने भीड़ को संभालते हुए तेंदुआ की सूचना वन्य जीव प्राणी टीम को दी गई। फरीदाबाद व गुरुग्राम वे वन्य जीव प्राणी विभाग की दो टीम 12 बजे कालोनी में पहुंची और रेसक्यू आपरेशन शुरू किया गया।



पलवल वन्य जीव प्राणी विभाग के अधिकारी किरण रावत ने बताया कि दोनों टीमों द्वारा डेढ़ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद तेंदुआ को काबू किया गया। उन्होनें बताया कि सबसे पहले तेंदुआ को बेहोशी के दो इंजेक्शन दिए गए। जिसके बाद जाल के माध्यम से उसे काबू किया गया। उन्होने बताया कि तेंदुआ का वजन 75 किलोग्राम था और उसकी उम्र लगभग तीन वर्ष है। टीम द्वारा तेंदुआ को अपने साथ ले जाया गया है जहां पर कुछ दिन तक उसे अपने पास रखा जाएगा और पूर्ण रुप से स्वास्थ्य होने के बाद तेंदुआ को जंगल में छोड़ दिया जाएगा।

Shivam