हरियाणा किसी के बाप का नहीं: केजरीवाल(VIDEO)

12/23/2018 10:48:16 AM

सिरसा(सेतिया): दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का कहना है कि हरियाणा के अस्पतालों-स्कूलों की दशा जानने के लिए उन्हें रोका गया। वह हरियाणा में पैदा हुए, हरियाणा किसी के बाप का नहीं है। हरियाणा यहां के लोगों का है। अरविंद सिरसा की अनाज मंडी में  ‘स्कूल-अस्पताल’ रैली को संबोधित कर रहे थे। केजरीवाल के करीब 24 मिनट के भाषण में उनके निशाने पर मौजूदा मुख्यमंत्री मनोहर लाल के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला व भूपेंद्र सिंह हुड्डा रहे। उन्होंने कहा कि दिल्ली में 3 साल में उनकी सरकार ने तमाम सरकारी स्कूलों व अस्पताल-डिस्पैंसरी की सूरत बदल दी है। 

दिल्ली में करके दिखाया है अब हरियाणा की बारी है। हरियाण में कभी चौटाला शासन, कभी हुड्डा का राज और अब खट्टर की सरकार। इन लोगों ने कभी स्कूल-अस्पताल की बात नहीं की। हमने स्कूल-अस्पताल सुधारे, पर ये नहीं सुधार सके, क्योंकि इनकी नीयत में खोट है। अरविंद बोले, दिल्ली में पिछले 2 साल से सरकारी स्कूलों का परीक्षा परिणाम निजी स्कूलों की तुलना में 10 फीसदी बेहतर हुआ है। भाजपा, कांग्रेस, इनैलो का नाम लेते हुए कहा कि ये लोग कभी हुंकार रैली, कभी परिवर्तन रैली करते हैं पर स्कूल-अस्पताल रैली करने की हिम्मत नहीं है। 

सुखबीर बादल को प्रकाश सिंह बादल का मंदबुद्धि बेटा बताते हुए भगवंत मान ने कविता, शायरी व चुटकुलों के जरिए ठेठ पंजाबी भाषा में 25 मिनट भाषण दिया। भगवंत मान ने कहा कि बादल-चौटाला खेत पड़ौसी हैं, जब दोनों सत्ता में थे तो चंडीगढ़ में भी पड़ौसी थे। अब जल्द ही तिहाड़ में भी पड़ौसी होने वाले हैं। उन्होंने कहा कि ‘सुखबीर बादल चुनाव तो पहलां अहंकार विच बोलदा सी राज करांगा पच्ची साल, चुनाव विच पच्ची सीटां वी नहीं आइयां।’ उन्होंने चौटाला पर तंज कसते हुए कहा कि वक्त बड़ा बलवान है। 

चौटाला पिता-पुत्र सोने के बिस्कुट में खाना खाते थे। आजकल उनकी ड्यूटी तिहाड़ में आटे के बिस्कुट बनाने में लगी हुई है। उन्होंने कहा अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की सूरत बदली है।  ‘आप’ की हरियाणा इकाई के प्रभारी व दिल्ली के मंत्री गोपाल राय ने ‘आप’ को आजादी की दूसरी लड़ाई का नाम देते हुए कहा कि शहीदों के अधूरे सपनों को पूरा करना है तो अरविंद केजरीवाल का साथ दें। ‘आप’ के प्रदेशाध्यक्ष नवीन जयङ्क्षहद ने कहा कि आज की भीड़ ने साबित कर दिया अब सिरसा चौटाला का गढ़ नहीं रहा। यह मिथक ‘आप’ रैली की भीड़ ने अब तोड़ दिया है। 

Deepak Paul