कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय का कारनामा, छात्रा को गैरहाजिर दिखाकर किया फेल

9/4/2017 10:12:17 AM

जुलाना(पांचाल): बराड़ खेड़ा गांव की छात्रा आशा ने मई 2016 को जींद के राजकीय महिला महाविद्यालय में बी.ए. द्वितीय की परीक्षा दी थी। जब परीक्षा का परिणाम आया तो कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने छात्रा को एक पेपर में अनुपस्थित दिखाकर फेल कर दिया। जब छात्रा ने इसकी शिकायत सी.एम. विंडो को दी तो विश्वविद्यालय ने उसकी मार्कशीट पर 16 अंक देकर दूसरी मार्कशीट जारी कर दी लेकिन इस दौरान छात्रा ने बी.ए. तृतीय की परीक्षा भी पास कर ली। अब छात्रा का रि-अपिरिंयग का समय भी जा चुका है। ऐसे में अब छात्रा को दोबारा से बी.ए. द्वितीय की परीक्षा देनी होगी। विश्वविद्यालय की गलती से छात्रा का कैरियर चौपट होने के कगार पर है। अब फिर से मामले की जांच सही ढंग से करने के लिए छात्रा ने सी.एम. विंडो में शिकायत दर्ज की है। सरकार की बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना को धक्का लगा है। 

जानकारी के अनुसार बराड़ खेड़ा गांव की आशा जींद के राजकीय महिला कालेज में बी.ए. की परीक्षा पास करने के लिए एडमिशन लिया। वर्ष 2016 में आशा ने बी.ए.  द्वितीय की परीक्षा दी। परीक्षा परिणाम आया तो आशा को एक विषय में गैरहाजिर दिखाकर फेल कर दिया गया। जिस पेपर में गैर हाजिर दिखाया गया था उसकी छात्रा ने परीक्षा दी थी। पेपर देने के दौरान हस्ताक्षर, हाजिरी आदि कागजात लगाकर इसकी शिकायत सी.एम. विंडो में लगा दी। इसकी जांच हुई जांच के बाद छात्रा को विश्वविद्यालय प्रशासन ने कहा कि 15 दिन के अंदर उसकी मार्कशीट घर आ जाएगी। 4 माह के बाद मार्कशीट घर आई जिस विषय में गैरहाजिर दिखाया गया था उस विषय में 16 नंबर दे दिए गए। जांच व मार्कशीट घर आने के दौरान एक वर्ष का समय लग गया और इसी दौरान छात्रा ने बी.ए. तृतीय की परीक्षा भी पास कर ली। अब छात्रा का रि-अपिरिंयग का समय भी जा चुका है और बी.ए. तृतीय भी उसने पास कर ली है। अब छात्रा को फिर से बी.ए. द्वितीय नए सिरे से पास करनी होगी।

छात्रा ने बताया कि जिस विषय में उसे गैरहाजिर दिखाकर 16 नंबर दिए गए है उस विषय का पेपर भी अच्छा बना हुआ था। उसमें फेल होने की कोई गुंजाइश ही नहीं थी। विश्वविद्यालय की गलती के कारण उसका कैरियर ही चौपट हो गया है। अब उसे फिर से बी.ए. द्वितीय की परीक्षा पास करनी होगी। छात्रा ने मामले की जांच करने व दोषियों को सजा देने के लिए फिर से सी.एम. विंडो में शिकायत दी है। छात्रा ने कहा कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की लापरवाही के चलते उसका एक साल बर्बाद हो गया।