प्राइवेट स्कूलों पर नकेल कसने के लिए शिक्षा अधिकारी ने की टीम गठित

4/1/2017 3:45:10 PM

करनाल(सरोए):सरकार के नियमों को अवहेलना व बच्चों व अभिभावकों को धमकाने के विरोध में अभिभावक एकता मंच के सदस्य विरोध स्वरूप सैक्टर-12 स्थित जिला शिक्षा अधिकारी के कार्यालय समक्ष फर्श पर बैठ गए। कहा कि जब तक शहर के नामी गिरामी 3 स्कूलों पर कड़ी कार्रवाई नहीं होती, तब तक वे यहां से नहीं उठेंगे। स्कूलों में उनके बच्चों के साथ बुरा व्यवहार किया जा रहा है। आरोप है कि फीस न चुकाने पर बच्चों का परीक्षा परिणाम तक रोक रखा है। जिससे बच्चों को अगली कक्षा में दाखिला नहीं हो रहा। जो बच्चों पर प्राइवेट स्कूलों का अत्याचार है।

मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला शिक्षा अधिकारी ने अभिभावक एकता मंच के अध्यक्ष से शिकायत लेकर डिप्टी डी.ई.ओ. के नेतृत्व में टीम गठित कर दी। जो बताए गए स्कूलों में जाकर जांच करेंगी। अगर जांच में कोई अनियमितता पाई जाती है तो सरकारी नियमों अनुसार कार्रवाई की जाएगी। अभिभावकों का कहना था कि स्कूलों के प्रधानाचार्यों ने बच्चों और अभिभावकों को धमकाते हुए कहा कि वह शिक्षा विभाग के आदेशों को नहीं मानेंगे। दोपहर 2 बजे स्कूल द्वारा मुंह मांगी फीस जमा नहीं करवाई गई तो स्कूल से बच्चों का नाम काट दिया जाएगा और टी.सी. घर भेज दी जाएगी। अभिभावकों का कहना है कि वह शिक्षा विभाग द्वारा अनुमोदित फीस ही जमा करवाएंगे। 

एन.सी.आर.टी. की किताबें ही लगवाएं : जिला शिक्षा अधिकारी 
जिला शिक्षा अधिकारी सुरेश कुमार गोरिया ने मामले को गंभीरता से लेते हुए नियमों की अवहेलना करने वाले स्कूलों में जांच के लिए डिप्टी डी.ई.ओ. के नेतृत्व में टीम गठित कर दी। जो स्कूलों में जाकर जांच करेंगी। टीम में 2 बी.ई.ओ. को शामिल किया है। साथ ही अधिकारी ने पत्र जारी कर आदेश दिए हैं कि बच्चों का रिजल्ट और फीस बुक स्कूल तुरंत प्रदान करे। बच्चों को अगली कक्षा में बिठाना सुनिश्चित किया जाए। निजी पब्लिशर्ज की बजाय एन.सी.आर.टी. की किताबें ही लगवानी होंगी। गैर कानूनी तौर पर फीस नहीं वसूलने दी जाएगी।