प्रदेश में अध्यापकों की नहीं रहेगी कोई कमी: रामबिलास

8/8/2017 1:04:00 PM

नरवाना(राजीव): हरियाणा में आगामी अक्तूबर माह तक कोई भी बच्चा बिना अध्यापकों के नहीं रहेगा। यह दावा शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने किया। शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा भाजपा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य व नेता ओमप्रकाश शर्मा के निवास पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार ने अभी तक 15 हजार अध्यापकों की नियुक्ति कर दी है और आने वाले समय में और अध्यापकों की नियुक्ति की जाएगी और अक्तूबर माह  तक सभी स्कूलों में कोई भी बच्चा बिना अध्यापक के नहीं रहेगा। 

शिक्षा मंत्री ने कहा कि हरियाणा शिक्षा नीति और ट्रांसफर पालिसी में पूरे देश में लीडर की भूमिका अदा कर रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की ट्रांसफर पॉलिसी की 10 प्रांत अनुसरण कर रहे हैं और उन प्रांतों के वरिष्ठ अधिकारी हरियाणा में आकर इस नीति की जानकारी व साफ्टवेयर लेकर गए हैं। भाजपा सरकार ने अपने 3 साल के कार्यकाल में मैरिट व योग्यता के आधार पर बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध करवाया है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों में जहां अपने-अपने चहेतों को नौकरियां बांटी जाती थीं, वहीं इस सरकार में आम परिवार के बच्चों को भी मैरिट के आधार पर नौकरी मिल रही हैं। 

उन्होंने कहा कि यही कारण है कि आज प्रदेश के बच्चे जोकि अपनी स्कूली शिक्षा छोड़ चुके  थे, एक बार फिर उन्होंने स्कूलों की ओर रूख किया है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि सरकार ने लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश में 21 महिला कालेज खोलने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि नरवाना उपमंडल के धनौरी गांव में  भी लड़कियों के लिए महिला कालेज की स्थापना की जाएगी। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के हरियाणा दौरे पर बोलते हुए रामबिलास शर्मा ने कहा कि अमित शाह के दौरे से पार्टी संगठन व कार्यकत्र्ताओं को नई ताकत मिली है। इससे पूर्व शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने धनौरी गांव में म्हारी संस्कृति-म्हारा स्वाभिमान संस्था द्वारा लोक कवि स्व.हरिकेश पटवारी के 119वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित विशाल सांस्कृतिक कार्यक्रम मेंं बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। 

शिक्षा मंत्री ने हरिकेश पटवारी की तुलना कवि पंडित लखमीचंद व मांगे राम से की और कहा कि आदमी जिंदा वही रहता है जिसका कोई संकल्प होता है और संस्कृति के उत्थान का संकल्प लोक कवि हरिकेश पटवारी में था। वे आज भी संस्कार युक्त समाज के निर्माण के आदर्श माने जाते हैं। इस अवसर पर शिक्षा मंत्री ने ग्रामीणों की मांग पर घोषणा की है कि धनौरी गांव को जल्द ही कैथल जिले में शामिल किया जाएगा।
 इसके अलावा धनौरी में लोक कवि स्व. हरिकेश पटवारी के नाम पर महिला महाविद्यालय की स्थापना की जाएगी।