निगम की लापरवाही से 11,000 वोल्टेज तार की चपेट में आया किसान, मौत

4/14/2017 3:30:45 PM

पानीपत(अनिल कुमार):गत दिवस देर शाम रिसपुर गांव में खेत में काम कर रहे एक किसान की बिजली की 11,000 वोल्टेज तार में उलझने के कारण झुलस गया जिसको बचाने के लिए आस-पास खेतों में काम कर रहे किसान दौड़े लेकिन 11,000 वोल्टेज लाइन बंद न होने से वे बेबस होकर कुछ न कर सके और किसान का जलता हुआ देखते रहे। जबकि कुछ किसानों ने लाइन बंद करवाने का प्रयास किया और करीब आधे घंटे बाद 11,000 वोल्टेज लाइन बंद हुई लेकिन तब तक किसान बुरी तरफ से झुलसने से मर चुका था।

सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मृतक किसान के शव को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल भिजवाया। किसानों ने बताया कि चुहड़ सिंह पुत्र ओमप्रकाश अपने खेत में गेहूं काटने के बाद उन्हें मशीन से निकलवाने के लिए गेहूं की पुली इकट्ठी कर रहा था। अचानक वह नीचे लटक रही 11,000 वोल्टेज की तार से उलझ गया। जिससे उसके शरीर में आग लग गई। आस-पास खेतों में काम कर रहे किसानों ने सोचा कहीं गेहूं में आग लग गई है वे उसे बुझाने के लिए दौड़े पास आकर देखा तो चुहड़ सिंह तार से उलझा पड़ा था और उसमें आग लगी हुई थी। उन्होंने उसे बुझाने का प्रयास किया लेकिन 11,000 वोल्टेज की लाइन बंद न होने से वे ज्यादा कुछ नहीं कर सके । करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद हाई वोल्टेज लाइन बंद हुई लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल भिजवाया और कार्रवाई शुरू की।

6 माह बीतने पर निगम ने नहीं लगाई तार
ग्रामीणों ने बताया कि 11,000 वोल्टेज तार खेत में लगे लोहे के खम्भे से लगी हुई है। जो कि कई माह से नीचे लटकी हुई थी, जिसकी शिकायत उन्होंने बिजली निगम को की। निगम के कर्मचारियों ने लोहे के खम्भे के पास दूसरा पत्थर का खम्भा तो लगा दिया लेकिन खम्भे को लगे 6 माह बीत जाने के बाद भी उस पर तार नहीं लगाई गई अगर बिजली निगम द्वारा तार दूसरे खम्भे पर लगाई गई होती तों उक्त किसान को अपनी जान न गंवानी पड़ती। 

इस सम्बंध में बिजली निगम सब-डिवीजन छाजपुर के एस.डी.ओ. अश्विनी कौशिक का कहना है कि 11,000 वोल्टेज लाइन की तार टूटकर नीचे लटक गई थी अगर वह तार दूसरे तार से टकरा जाती या फिर जमीन पर लग जाता तो अपने आप फिटर बंद होने से लाइन बंद हो जाती और यह दुर्घटना नहीं होती लेकिन तार न तो जमीन पर टकराई और न ही दूसरी तार से टकरा सकी। जिस कारण अपने आप लाइन बंद नहीं हो सकी और खेत में काम कर रहे किसान को अंधेरा होने के कारण तार नजर न आने से वह इसकी चपेट में आ गया, जिससे दर्दनाक हादसा हुआ है।