पुलिस का क्रूर कारनामा, लड़की के पेट में मारी लात, मौत

10/30/2017 10:41:46 AM

पानीपत(अनिल कुमार): पानीपत की सीमा से लगते थाना कैराना के अंतर्गत गांव भूरा निवासी बी.ए. फाइनल की छात्रा ने पानीपत के हरिद्वार-सनौली रोड स्थित एक निजी अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। आरोप है कि छात्रा की मौत एसएचअो द्वारा पेट में लात मारने से अंदरुनी ब्लीडिंग के होने के चलते हुई बताई जा रही है। दोपहर बाद साढ़े 3 बजे पानीपत पहुंची यू.पी. पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाने को लेकर पंचनामा शुरू किया परंतु सामान्य अस्पताल के डॉक्टरों ने शव को पोस्टमार्टम के लिए रोहतक पी.जी.आई. भेज दिया।

जानकारी के अनुसार यू.पी. के कैराना के गांव भूरा निवासी बी.ए. फाइनल की छात्रा पिंकी (21) को गंभीरावस्था में हरिद्वार-सनौली मार्ग स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया। देर रात अस्पताल के डॉक्टर पिंकी का इलाज करने में लगे रहे परंतु रविवार सुबह करीब 5 बजे छात्रा ने हालत बिगड़ने पर उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। परिजनों ने बताया कि 14 अक्तूबर को उनके लड़कों का 200 रुपए को लेकर पड़ोसी के साथ झगड़ा हो गया था जिसमें पड़ोसी ने थाना कैराना में शिकायत देकर छात्रा पिंकी के पिता इलम सिंह, उनके बेटे शिवम व आशीष के खिलाफ झगड़े का मामला दर्ज करवा दिया। इस मामले में इलम व बेटे 26 अक्तूबर को अदालत से जमानत पर चल रहे थे। आरोप है कि शनिवार दोपहर बाद थाना कैराना प्रभारी पुलिस के साथ उनके घर पहुंचे जहां पर थाना प्रभारी ने इलम सिंह को अपने साथ चलने को कहा। बताया जा रहा है कि उसी दौरान खींचातानी भी हुई। आरोप है कि थाना प्रभारी ने छात्रा पिंकी के पेट में लात मारी जिसके चलते अंदरुनी गंभीर चोटें आने के चलते ज्यादा ब्लीडिंग हो गई। पिंकी की मां बाला देवी, चचेरा भाई रोहताश व अन्य परिजनों का आरोप है कि ज्यादा ब्लीडिंग होने की वजह से ही पिंकी की मौत हुई है। 

मामले की बारीकी से जांच चल रही: अजय पाल
वहीं, निजी अस्पताल के डॉक्टरों ने पुलिस को पूरे मामले की सूचना दी। सूचना मिलते ही थाना चांदनी बाग शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए पानीपत के सामान्य अस्पताल के शवगृह में रखवा दिया। रविवार दोपहर बाद देरी से पानीपत पहुंची यू.पी. पुलिस ने पंचनामा शुरू किया। सामान्य अस्पताल के प्रशासन ने शव को पोस्टमार्टम के लिए रोहतक पी.जी.आई. भेज दिया। इस मामले में थाना प्रभारी धर्मेंद्र सिंह से बातचीत करनी चाही तो उनका मोबाइल फोन स्वीच ऑफ मिला। इस सम्बंध में शामली के एस.एस.पी. अजय पाल ने बताया कि आरोप बेबुनियाद हैं तथा इस घटना में मृतका के भाई मनीष की शिकायत पर 2 लोगों के नाम सहित कुछ अज्ञात के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है। इस मामले की बारीकी से जांच चल रही है।

केस खारिज करने के लिए रुपए मांगने का भी आरोप
मृतका पिंकी के परिजनों ने आरोप लगाया है कि जयपाल अपने आप को पुलिस अधिकारी का रिश्तेदार बताता है और 26 तारीख को इलम सिंह की इस केस में जमानत भी हो चुकी थी और केस को खारिज करने के लिए रुपए भी मांगने का आरोप लगाया। पैसे न देने पर पुलिस अधिकारी इलम सिंह को दोबारा उठाने के लिए आया था। वहीं, पर जांच अधिकारी कैराना थाने के सब-इंस्पैक्टर नंद किशोर ने इस मामले में कुछ भी कहने से इंकार कर दिया।