रोटावेटर से कुचल किसान को मारा, गठरी में अस्पताल पहुंचाया शव

11/19/2017 5:44:33 PM

पानीपत/इसराना (अजय/बलराज): जौंधन खुर्द में खेत में जुताई करने के लिए गए एक किसान को 2 लोगों ने मिलकर रोटावेटर से कुचलकर निर्मम हत्या कर दी। वहीं आरोपियों ने सबूत मिटाने के लिए ट्रैक्टर व रोटावेटर के खेत में कई चक्कर भी लगाए हैं। आरोपी वारदात को अंजाम देते ही फरार हो गए। वहीं क्षत-विक्षत हालत में मिट्टी में मिले शव के टुकड़े देख मृतक के भाई ने घटना की सूचना ग्रामीणों व पुलिस को दी।

जानकारी के अनुसार गांव जौंधन खुर्द निवासी देवेंद्र ने बीते दिन इसराना थाना पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसका भाई जितेंद्र(45) पुत्र धर्मपाल गांव में ही खेतीबाड़ी करता था। वह गत शाम करीबन 6 बजे अपने खेत में जुताई करने के लिए गांव के ही परमीत पुत्र जीत सिंह व कुलदीप पुत्र रामचंद्र के साथ ट्रैक्टर व रोटावेटर लेकर गया हुआ था। जितेंद्र के घर वापस न लौटने पर देवेंद्र भाई की तलाश में खेत में पहुंचा तो उसे खेत में कहीं भी उसका भाई दिखाई नहीं दिया, जबकि ट्रैक्टर वहीं खड़ा था। उसके पांवों तले से उस समय जमीन खिसक गई जब उसने देखा कि ट्रैक्टर के पहिए के निशानों में मांस के कुछ टुकड़े पड़े मिले।

वहीं कुछ कुत्ते जितेंद्र के शव को नोच-नोच कर खा रहे थे  जिसके बाद उसने घटना की सूचना ग्रामीणों व पुलिस को दी। मौके पर पहुंची इसराना थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर शहर स्थित सामान्य अस्पताल में पहुंचाया व बाद में शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों के सुपुर्द कर दिया। पुलिस ने मृतक के भाई देवेंद्र की शिकायत के आधार पर दोनों आरोपियों के खिलाफ आई.पी.सी. की धारा 302/201/34 के तहत केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। परिजनों की मांग है कि जल्द से जल्द आरोपियों को काबू किया जाए। ईसराना थाना प्रभारी जितेंद्र ने बताया कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर आगामी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। 

पहले इकट्ठे किए टुकड़े, फिर ढकी चादर
मृतक के भाई देवेंद्र ने बताया कि उसके भाई जितेंद्र के शव के छोटे-छोटे टुकड़े खेत में फैले हुए थे, वहीं आरोपियों ने सबूत मिटाने के लिए खेत में कई बार ट्रैक्टर व रोटावेटर से चक्कर काट रखे थे। बाद में उसने कलेजे पर पत्थर रखकर उसके भाई के शव के टुकड़े इकट्ठे किए और परिजनों व पुलिस को घटना से अवगत करवाया।

कपड़ों व चप्पल से हुई भाई की पहचान 
देवेंद्र के अनुसार शव छिन्न-भिन्न हालत में होने के कारण उसे पहचान पाना मुश्किल था लेकिन जब उसने खेत में पड़े कपड़े व चप्पलें देखी तो उसे पता चला कि खेत में पड़ा हुआ शव किसी और की नहीं बल्कि उसके भाई की ही थी।