विधानसभा सत्र एक दिन के होने पर गर्माई हरियाणा की राजनीति

12/26/2018 3:53:19 PM

चंडीगढ़(धरणी): हरियाणा सरकार ने विधानसभा का शीतकालीन सत्र 28 दिसंबर को बुलाया है। सत्र दोपहर दो बजे बुलाए जाने के बजाए सुबह 11 बजे बुलाया गया, संभावना है कि, सत्र के शुरूआत के दिन ही दो सिटिंग हो सकती है और यह सत्र केवल एक ही दिन में खत्म कर दिया जाएगा। वहीं सरकार के इस फैसले से प्रदेश की सियासत गर्म हो रही है, फैसला विपक्षियों को रास नहीं आ रहा, जिसके चलते विपक्षी दलों ने अपनी प्रतिक्रियाएं देना शुरू कर दिया है।

इस मसले पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने कहा कि भाजपा सरकार विधानसभा सत्र एक दिन का रखकर प्रदेश में भ्रष्टाचार, किसानों आदि के मुद्दों से भाग रही है। उन्होंने कहा कि सरकार को इतनी जल्दी है कि जैसे उन्हें कोई मकान खाली करना है। 



वहीं अहीरवाल क्षेत्र के भाजपा विधायकों द्वारा सीएम मनोहर से खिलाफत करने पर कहा कि इन विधायकों ने सरकार का चेहरा साफ कर दिया, 'सब का साथ सब का विकास' की भी पोल खोली है। मुख्यमंत्री मनोहर के भ्रष्टाचार में कमी के दावों पर हुड्डा ने पलट वार करते हुए कहा कि सरकार के पास कौन सी मशीन है, जो यह बता रही है। उन्होंने भाजपा सरकार को घोटालों की सरकार बताया और कहा कि इस सरकार में चारों ओर भ्रष्टाचार फैला हुआ है।



वहीं विधानसभा के पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा का कहना है कि सरकार ने एक दिन का सत्र बुला कर सिर्फ फॉर्मेलिटी पूरी कर रही है, जबकि यह सत्र चार दिन का होना चाहिए, ताकि प्रदेश में चल रहे ज्वलंत मुद्दों को सत्र में उठाया जा सके।



वहीं सांसद दुष्यंत चौटाला ने एक दिन के सत्र पर कहा कि सरकार अपनी विफलताओं को छुपाने के लिए और जींद उपचुनाव को देखते हुए इस सत्र में अपने चुनिंदा बिल पास करवाने के लिए 6 घंटे का सत्र बुला रही है, उन्होंने मांग रखी कि सरकार सत्र को बढ़ाए।

Shivam