पंजाब में सुलगी टोल प्लाजा के विरोध की चिंगारी पहुंची हरियाणा

10/29/2020 10:04:19 AM

डबवाली: केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के विरोध में पंजाब में किसानों द्वारा टोल प्लाजा पर कब्जे कर पर्ची मुक्त किए जाने की चिंगारी अब हरियाणा में पहुंच चुकी है। पंजाब के साथ लगते डबवाली के गांव खुइयां मलकाना के टोल प्लाजा पर डबवाली के किसानों ने आज पक्का मोर्चा लगा दिया। पंजाब के किसान खेती कानूनों के विरोध में रेलवे लाइनों के अलावा टोल पर धरना दिए बैठे हैं। किसानों को टोल प्लाजा पर आंदोलन से रोकने के लिए एन.एच.ए.आई. ने डबवाली कोर्ट में बीते दिन याचिका दायर की थी। कोर्ट ने जिला प्रशासन को आदेश दिया था कि किसानों को टोल से 500 मीटर दूर रखा जाए। किसानों ने अगर धरना लगाना है तो जिला उपायुक्त से मंजूरी लेकर लगाएं। इसके साथ ही कोर्ट ने जिला प्रशासन को आदेश दिए थे कि टोल की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। 

धरी रह गई पुलिस की तैयारियां
पुलिस ने किसानों के टोल प्लाजा पर किए जाने वाले आंदोलन को रोकने हेतु 4 कंपनियों की तैनाती की थी। इसके अलावा टोल के दोनों तरफ वाटर कैनन व आंसू गैस के गोले छोडऩे वाले वाहन तैनात किए। पुलिस ने टोल बूथ से 50 मीटर दूर टोल के दोनों ओर भारी बैरिकेटिंग भी की। किसान नारेबाजी करते हुए पुलिस बैरिकेट तक पहुंच गए। कई किसान बैरिकेट के आगे लेट गए। दिनभर डबवाली के डी.एस.पी. कुलदीप बेनीवाल व किसानों के बीच बातचीत चलती रही। पुलिस किसानों से आंदोलन समाप्त करने को लेकर गुहार लगाती रही। अधिकारी कोर्ट के आदेशों का हवाला देते रहे। किसानों ने अधिकारियों को दो टूक कह दिया कि पुलिस अगर चाहे तो उन पर कार्रवाई कर सकती है लेकिन वे हाईवे से किसी कीमत पर नहीं हटेंगे। किसानों ने कहा कि उनका धरना शान्तिमय तरीके से है। किसानों ने ऐलान किया कि अगर प्रशासन ने किसानों को रात को जबरन उठाने की कोशिश की तो वे डबवाली एरिया के तमाम हाईवे और रोड जाम करने को मजबूर होंगे। शाम को उपायुक्त किसानों से बात करने मौके पर पहुंचे।

आंदोलन स्थल पर किसानों के लिए आया लंगर
किसानों के लिए धरना स्थल पर लंगर की व्यवस्था की गई। गांव निलियांवाली के ग्रामीणों की तरफ से किसानों के लिए चाय व पानी की व्यवस्था की गई। निलियांवाली के पूर्व सरपंच मुखपाल सिंह ने कहा कि उनका गांव किसानों के इस आंदोलन के साथ तन,मन,धन के साथ है। किसानों के लिए चोरमार गुरुद्वारा से लंगर आया। किसानों के इस पक्के मोर्चे में लंगर के लिए कई गांवों के लोगों ने भी सहयोग देने की बात कही।

Isha