रेवाड़ी की बेटी को राष्ट्रपति से मिलेगा नारी शक्ति पुरस्कार

3/4/2017 2:43:51 PM

रेवाड़ी(वधवा):‘कौन कहता है आसमां में छेद नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारो’ यह कहावत रेवाड़ी की एक बेटी सुनीता चौकन ने सिद्ध कर दिखाई है। उसके साहसी व सामाजिक कार्यों की चारों ओर प्रशंसा हो रही है। जिले के छोटे से गांव गुर्जर माजरी की इस बेटी सुनीता चौकन को 8 मार्च को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी द्वारा ‘नारी शक्ति सम्मान-2016’ से नवाजा जाएगा। सुनीता को यह सम्मान राष्ट्रपति दिल्ली में अपने करकमलों से प्रदान करेंगे। सुनीता के बारे में बता दें कि वह गुर्जर समाज में जन्मी वह बच्ची है जहां न तो लड़कियों की शिक्षा पर ज्यादा गौर नहीं किया जाता है और उनका विवाह भी बाल्यावस्था में कर दिया जाता है लेकिन सुनीता ने ग्रैजुएशन कर अभी तक विवाह न कर इन दोनों कुप्रथाओं पर अंकुश लगाया है। 

 

जैसे ही सुनीता को नारी शक्ति सम्मान से नवाजने की खबर रेवाड़ी पहुंची तभी से सुनीता के पिता सेवानिवृत्त सूबेदार जौहरी सिंह को बधाई देने का तांता लग गया। जौहरी सिंह ने कहा कि उनकी केवल 2 बेटियां हैं और दोनों ने ही अपने कार्यों से बेटों से भी बेहतर अपनी पहचान बनाई। उन्हें खुशी है कि उनकी बेटी राष्ट्रपति के हाथों सम्मानित होने जा रही है। वे क्षण उनके लिए बहुत ही भावुक होंगे। बेटियों ने अपने सपनों को पूरा करने के साथ-साथ माता-पिता का गौरव भी बढ़ाया है। गौरतलब है कि सुनीता ने माऊंट एवरैस्ट पर 2 वर्ष पूर्व तिरंगा फहरा कर क्षेत्र का गौरव बढ़ाया था जिसके चलते मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सुनीता को बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान का राज्य ब्रांड एम्बैसेडर नियुक्त कर सम्मान दिया है।