प्रदेशभर में हरियाणा रोडवेज कर्मचारियों ने दिया 2 घंटे सांकेतिक धरना

5/28/2019 3:05:25 PM

हरियाणा(ब्यूरो): प्रदेशभर में सरकार द्वारा 2016 में आउटसॉर्स पॉलिसी के तहत भर्ती किए गए 500 कर्मचारियों को हटाने को लेकर हरियाणा रोड़वेज कर्मचारियों ने आज 2 घंटे का सांकेतिक धरना दिया है। साथ ही कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की है।

कर्मचारियों का कहना है कि बीजेपी सरकार कर्मचारियों को लगातार प्रताड़ित करने का काम कर रही है। आगामी 22 जून को कुरुक्षेत्र की जाट धर्मशाला में राज्य स्तरीय सम्मेलन होगा, जहां कर्मचारी सरकार के खिलाफ बड़े आंदोलन की घोषणा करेगी।

लोकसभा चुनाव के नतीजों के तुरंत बाद रोडवेज से हटाए गए 500 के करीब कर्मचारियों की बहाली की मांग को लेकर आज जिला स्तर पर रोडवेज कर्मचारियों की ओर से 2 घंटे धरना प्रदर्शन किया गया। बता दें फतेहाबाद, भिवानी, रोहतक, सिरसा, पानीपत, फरीदाबाद, अंबाला में रोडवेज तालमेल कमेटी के द्वारा बस स्टैंड पर 2 घंटे धरना प्रदर्शन रहा।

इस दौरान कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की। तालमेल कमेटी के सदस्य सरबत सिंह पूनिया ने बताया कि जनता ने सरकार को पूर्ण बहुमत दिया है। लेकिन सरकार ने चुनाव नतीजे आने के दूसरे दिन ही रोडवेज के कर्मचारियों को निकालने का नोटिस दिया है।

उन्होंने कहा कि आउटसॉर्स पॉलिसी के तहत 500 कर्मचारी रोडवेज में नौकरी कर रहे थे, लेकिन सरकार ने बीती 24 मई को आदेश पास करके उन्हें नौकरी से हटा दिया। उन्होंने बताया कि जब से कर्मचारियों ने सरकार द्वारा लाई जाने वाली प्राइवेट बसों का विरोध किया है, तभी से सरकार कर्मचारियों को प्रताड़ित कर रही है।

उन्होंने बताया कि कभी कर्मचारियों को नौकरी से हटा दिया जाता है, तो कभी उनकी रात्रि सेवा बंद कर के कर्मचारियों को प्रताड़ित किया जाता है। कर्मचारियों ने 22 जून को सरकार सरकार के खिलाफ बड़े आंदोलन की घोषणा करने का फैसला भी लिया है।

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