प्राइवेट परमिट के विरोध में रोडवेज की हड़ताल जारी, मंत्री के साथ बैठक शुरू

4/11/2017 12:51:25 PM

चंडीगढ़:चंडीगढ़:निजी बस परमिट के विरोध में हरियाणा रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल आज दूसरे दिन भी जारी है। प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में रोडवेज की बसों के पहिए जाम है और रोडवेज कर्मचारी विरोध प्रदर्शऩ कर रहे हैं। हालांकि इससे आम लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, दूसरी और परिवहन मंत्री कृष्ण लाल पंवार और कर्मचारी यूनियन के बीच दिल्ली के हरियाणा निवास में बातचीत हो रही है  और इस बातचीत के बाद ही रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल पर आखिरी फैसला आ पाने की उम्मीद है। बैठक में सीएम के प्रधान सचिव आरके खुल्लर,परिवहन विभाग के एसीएस एसएस ढिल्लों और परिवहन विभाग की आयुक्त सुप्रभा दहिया भी शामिल हैं।

रोडवेज कर्मचारियों का आरोप है कि सरकार ने 273 रूटों पर प्राइवेट ऑपरेटर्स को परमिट जारी किया है। कर्मचारियों ने सरकार को फैसला वापस लेने के लिए सोमवार रात 12 बजे तक का समय दिया था, लेकिन चंडीगढ़ में परिवहन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव (ए.सी.एस.) एस.एस. ढिल्लों और जॉइंट एक्शन कमेटी की बीच बातचीत में सहमति नहीं बनी तो कई जिलों में कर्मचारी अनिश्चिकालीन हड़ताल पर चले गए। 

हरियाणा रोडवेज कर्मचारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष आजाद सिंह मलिक ने बताया कि निजी बसों को परमिट देने की शुरुआत 1993 में भजन लाल सरकार से हुई। उस समय 923 बसों को परमिट दिए थे। इसका बड़ा विरोध 2001 में हुआ। 13 और 14 नवंबर 2013 को प्रदेश में चक्का जाम करने पर हुड्डा सरकार ने भी 3,519 बसों को परमिट देने का अपना फैसला वापस लिया था। 2016 में रोडवेज कर्मचारी तीन बार हड़ताल पर जा चुके हैं। उधर, रोडवेज कर्मियों की हड़ताल को हरियाणा सर्व कर्मचारी संघ ने भी समर्थन दिया है।

भिवानी (अशोक भारद्वाज):रोडवेज यूनियन द्वारा प्रदेश में किया गया चक्का जाम आज दूसरे दिन में प्रवेश कर गया। हड़ताल के दूसरे दिन में प्रवेश करने के साथ ही इसका आम जनजीवन पर भी असर दिखाई देने लगा है। बसों के चक्का होने के कारण दैनिक यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। रोडवेज नेताओं का साफ कहना है कि यदि उनकी मांगे नहीं मानी गई तो वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।

पानीपत (अनिल कुमार):रोडवेज कर्मचारी संघ के आज दूसरे दिन की हड़ताल पर प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र धनखड़ पानीपत पहुंचे। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि जिस प्रकार ​जींद  में प्राइवेट बस मालिकों द्वारा ​नक्लसियो की तरह रूप धारण कर जींद जिले के बस​​ स्टैंड को 3 दिन तक बंद करने का काम किया और ​वही से गतिरोध उत्पन्न हुआ।