यात्रीगण कृपया ध्यान दें, अाज से रोडवेज बसों में नहीं कर पाएंगे सफर (VIDEO)

9/4/2018 9:31:14 PM

ब्यूरो: यात्रीगण कृपया ध्यान दें कि आप बुधवार को रोडवेज बसों में सफर नहीं कर सकते। यह सूचना प्रदेश के रोडवेज कर्मचारी यूनियनों द्वारा शुरू की जा रही हड़ताल को लेकर दी जा रही है, क्योंकि जिस प्रकार हरियाणा रोडवेज के कर्मचारियों में मांगों को लेकर नाराजगी देखने को मिल रही है, उसके चलते यही अनुमान लगाया जा रहा है कि आप कल हरियाणा रोडवेज की बसों में सफर नहीं कर सकते।



हालांकि हरियाणा सरकार ने कानूनी तौर पर रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल पर प्रतिबंध लगाया है, एस्मा एक्ट लागू किया है, जिसके मुताबिक कोई भी सरकारी कर्मचारी किसी भी प्रकार का विरोध प्रदर्शन या हड़ताल नहीं कर सकता, बावजूद इसके रोडवेज यूनियनों के नेता सारे नियमों को ताक पर रखते हुए अपनी जिद पर अड़े हुए हैं।

वहीं आज माननीय उच्च न्यायालय ने भी 5 सितंबर की हड़ताल को लेकर हरियाणा सरकार को बाकायदा निर्देश दिए हैं कि हड़ताल की वीडियोरिकॉर्डिंग करें और हड़ताल में शामिल होने वाले सभी कर्मचारियों पर एस्मा एक्ट के तहत कार्रवाई करे। वहीं कोर्ट ने कहा है कि रोडवेज यूनियन हाई कोर्ट में पहले ही अंडरटेकिंग देकर हड़ताल न करने की कोर्ट में आश्वासन दिया था। ऐसे में अब चक्का जाम या हड़ताल कोर्ट की अवमानना होगी। हाईकोर्ट ने अंडरटेकिंग देने वाले कर्मचारी नेताओं को 3 अक्टूबर के लिए अवमानना नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है।

कर्मचारी यूनियनों को नहीं है एस्मा का भय
हरियाणा रोडवेज संयुक्त कर्मचारी संघ के राज्य प्रधान दलबीर किरमारा का कहना है कि सरकार के द्वारा कर्मचारियों पर एस्मा लगाया गया है, लेकिन एस्मा के डर से कर्मचारी पीछे नहीं हटेंगे और 5 सितंबर को रोडवेज का चक्का पूर्ण रुप से जाम रहेगा। उन्होंने बताया कि बताया कि सरकार 720 बसों को निजी हाथों में देखकर धांधली करने का प्रयास कर रही है। लेकिन रोडवेज के कर्मचारी ऐसा कतई नहीं होने देंगे।

हरियाणा रोडवेज वर्कर्स ज्वाइंट एक्शन कमेटी के स्टेट प्रेजिडेंट हरिनारायण शर्मा ने बताया कि कर्मचारियों पर एस्मा लगा दिया गया। यह तुगलकी फरमान एसीएस ने जो जारी किया है इससे कर्मचारियों में काफी गुस्सा बढ़ता जा रहा है, इसलिए कल 5 तारीख को एस्मा को तोड़ते हुए रोडवेज कर्मचारी हड़ताल करेंगे।

क्यों परेशान है हरियाणा रोडवेज के कर्मचारी, जो ऐसी बनी नौबत?
हरियाणा कर्मचारियों के बढ़ते विरोध का कारण की बात करें तो इस समय कर्मचारी एस्मा लगाए जाने का विरोध कर रहे हैं। लेकिन इन एस्मा लगाया क्यों गया? इसका जवाब है कि हरियाणा सरकार रोडवेज कर्मियों की 16 सूत्रीय मांगों को लागू नहीं कर रही है। इसी कारण आए दिन कर्मचारी धरना दे देते हैं, जिससे आमजन को परेशानी होती है।



अब जानें कि इनकी 16 सूत्रीय मांग क्या है?
हरियाणा रोडवेज वर्कर्स ज्वाइंट एक्शन कमेटी के स्टेट प्रेजिडेंट हरिनारायण शर्मा के मुताबिक, यह सब प्रदेश में जनता की सुविधा के लिए बसों का बेड़ा बढ़ाने, प्राइवेटाइजेशन को रोकने के लिए यह कदम उठाना पड़ा है। वे चाहते हैं कि पूर्व सरकार और ज्वाइंट एक्शन कमेटी बैठकों में समझौता हुआ था उसे लागू किया जाए। 700 के करीब बसों को निजी कम्पनियों से किलोमीटर स्कीम के तहत हायर करने का फैसला रद्द किया जाए। कमेटी के मुताबिक, सरकार दो नीतियां चला रही हैं, जबकि 2016-17 की पॉलिसी रद्द करने की बात हुई थी और नाइ पॉलिसी लागू करने का करार भी हुआ था सरकार उसे नहीं मान रही है।

2016-17 की पॉलिसी क्या है?
रिपोट्र्स के मुताबिक, इस पॉलिसी में यह तय किया गया था कि वर्ष 2016 में कांट्रेक्ट पर लगाए गए 500 से ज्यादा ड्राइवर-कंडक्टरों का कांट्रेक्ट भी आगे बढ़ाया जाएगा, ताकि उनकी नौकरियां बची रहें।

Shivam