ड्राइवर को किडनैप कर मांगी फिरौती, पुलिस मुठभेड़ में 1 बदमाश की मौत

10/20/2017 9:49:08 AM

रोहतक(दीपक भारद्वाज): पुलिस अौर बदमाशों में देर रात हुई मुठभेड़ में रवि पंडित नामक बदमाश की मौत हो गई अौर 1 बदमाश गंभीर रूप से घायल हो गया। वहीं चार पुलिसकर्मी भी घायल हैं, जिनका इलाज चल रहा है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार बुधवार रात 10 बजे डॉक्टर अरूण नरूला के ड्राइवर बीरेंद्र सिंह को क्रेटा कार सहित किडनैप कर लिया और छोड़ने के बदले 50 हजार रुपए फिरौती मांगने लगे। डॉक्टर ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने योजनाबद्ध तरीके से फिरौती की रकम को एक पुलिसकर्मी को देकर भेजा।

फोन पर तय हुआ कि यह पैसा रोहतक के जींद बाईपास चौक पर लेंगे। पुलिसकर्मी सिविल ड्रेस में पैसे लेकर वहां पहुंच गया और पुलिस की चार टीमें अलग-अलग जगह तैनात हो गई। क्रेटा कार में सवार चार बदमाश ड्राइवर को लेकर वहां फिरौती के पैसे लेने पहुंच गए। दो कार के अंदर ही बैठे रहे जबकि दो नीचे उतरकर आ गए। कार में बैठे बदमाशों भागने लगे तो पुलिस ने उनके सामने अपनी गाड़ी खड़ी कर दी। बदमाशों ने पुलिस वाहन को टक्कर मारी और भाग निकले। 

पुलिस ने कार रोकने की कोशिश की तो बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस टीम पीछे लगी रही। पुलिस पार्टी ने अपनी प्राईवेट कार से बदमाशों को रोकने को प्रयास किया तो उन्होंने कार से टक्कर मार दी। इससे उनकी कार का संतुलन बिगड़ गया और वह सड़क किनारे खेतों में जाकर पलट गई। इसमें पुलिसकर्मी अमित, संजय, यशबीर सिंह व दिनेश घायल हो गए। क्रेटा कार भी असंतुलित होकर खेतों में घुस गई। आरोपी उससे उतरकर खेतों के रास्ते पैदल भागने लगे। पुलिस के रोकने पर भी नहीं रुके तो उन पर फायरिंग की। इस फायरिंग में दोनों बदमाशों को गोली लगी। इनकी पहचान नांगलोई (दिल्ली) निवासी देवराज उर्फ हिमांशु व हरिसिंह कालोनी रोहतक निवासी रवि शर्मा के रुप में हुई है। इलाज के दौरान मुख्य आरोपी रवि शर्मा की मौत हो गई। जबकि दूसरे का अभी इलाज चल रहा है।  कार से नीचे उतरे दो बदमाश फरार हो गए। उनकी पहचान प्रेम नगर नांगलोई निवासी सलीम व शिब्बू के रुप में हुई है। 

अपहरत हुए ड्राइवर विरेंद्र ने बताया कि उसका गन प्वाईंट पर अपहरण किया और आंखों पर पट्टी बांध कर उसे ले गए। पुलिस की मुस्तैदी ने उनकी जान बचा ली। वहीं रोहतक पुलिस अधीक्षक पंकज नैन ने बताया कि बदमाशों की योजना थी कि ड्राइवर का अपहरण कर थोड़ी रकम मांग कर डॉक्टर को बुलाने की साजिश थी और जैसे ही डॉक्टर पैसे लेकर आएगा तो उसका अपहरण कर लेंगे और फिर मोटी रकम की मांग करेंगे। पुलिस ने बहादुरी व दिलेरी का परिचय देते हुए इस साजिश को नाकाम कर दिया और ड्राइवर की जान बच गई। साथ ही उन्होंने बताया कि वे रात का स्वयं पूरे आॅपरेशन की मॉनिटरिंग कर रहे थे। इस मामले में उन्हें दो हथियार भी बरामद किए हैं और जल्द ही अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर सजा दिलवाई जाएगी।