हरियाणा की लाडो बनी मिसेज इंडिया वर्ल्ड वाइड 2018, मुंबई में चलाती है योगा सेंटर (VIDEO)

1/20/2019 5:48:20 PM

यमुनानगर(सुमित): हरियाणा के जिले यमुनानगर के कस्बा बिलासपुर में गांव चाऊवाला की रहने वाली बेटी मंदीप संधु ने अपने परिवार के साथ गांव का नाम देश में ही नहीं बल्कि विश्व मे ऊंचा किया है। इस लाडो ने विषम परिस्थितियों में अपनी मेहनत के बलबूते पर बॉलीवुड नगरी मुम्बई में अपना योगा सेन्टर ही स्थापित नहीं किया, बल्कि अमेरिका के न्यू जर्सी में आयोजित मिसेज इंडिया वर्ल्ड वाइड 2018 का खिताब अपने नाम कर लिया। हालांकि इस मुकाम तक पहुंचने से पहले बेटी मंदीप ने बड़े ही दु:ख भरे दिन देखें हैं, लेकिन वह कभी हार नहीं मानी और अपनी मंजिल की ओर बढ़ती चली गई।



गांव चाऊवाला में जन्मी पली-बड़ी मन्दीप सन्धु तीन भाई बहनों में सबसे छोटी हैं। मंदीप ने बताया कि अपनी प्राथमिक शिक्षा गांव के स्कूल से ली, 12वीं तक की शिक्षा बिलासपुर के सरस्वती सीनियर सेकेंडरी से ग्रहण करने के बाद जगाधरी के हिंदू गल्र्स कॉलेज से ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की। इसके बाद वर्ष 2006 में उसकी शादी हो गई। लेकिन शादी को 11 माह ही हुए थे और मन्दीप के पास लगभग एक माह का बेटा भी था, तभी इनके पति की मौत हो गई।



तभी परिवार के सदस्यों व कॉलेज की लेक्चरर ने ढांढस बंधाया और आगे पढऩे को कहा। मंदीप ने यमुनानगर के खालसा कॉलेज से एमपीएड की डिग्री हासिल कर योगा को कैरियर बनाया। योग के क्षेत्र में मन्दीप ने छ: अंतराष्ट्रीय खिताब जीते। यूएस व पुर्तगाल में विश्व योगा प्रतियोगिता में भी विजय हासिल की। इसके बाद मंदीप मुम्बई आ गई और यहां पर आकर योगा सेन्टर पर पहले इंस्ट्रक्टर की नौकरी की और बाद में अपना योग सेंटर भी मुंबई में ही बना लिया।



लोगों व कई फिल्मी हस्तियों को ट्रेनिंग देनी शुरू कर दी। तभी मंदीप को मुम्बई के एक आयोजक ने अमेरिका में आयोजित मिसेज वर्ल्ड वाइड प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए तैयार किया। बीते साल दिसम्बर में न्यू जर्सी में आयोजित इस प्रतियोगिता में सभी देशों की सुंदरियों को पछाड़ते हुए क्राऊन अपने नाम कर लिया। इस सारी सफलता का श्रेय योगा व अपने पिता व परिवार के सदस्यों के साथ कॉलेज की लेक्चरर द्वारा दी गई प्रेरणा को देती हैं।

वहीं जब मन्दीप के पिता से बात हुई तो उन्होंने बताया कि आज परिवार के सभी लोग खुश हैं। उनकी बेटी शुरू से ही होनहार थीं। जब उसने अपने गांव व शहर का नाम विश्व में रोशन कर दिया है। आज गांव में वापस आने पर मंदीप का स्वागत किया जा रहा है। वहीं मन्दीप की भाभी ने बताया कि पति की मृत्यु के बाद मन्दीप के ससुराल वालों ने भी सम्बन्ध तोड़ दिए थे। जब वह पढऩे जाती तो लोग भी उसके चाल चलन और पहरावे पर भी कई तरह की बातें करते थे, लेकिन आज वही लोग व मन्दीप के ससुराल वाले भी माफियां मांगते हैं और अपनी बातों पर शर्मिंदगी महसूस कर रहे हैं।

Shivam