HSEB ने अपनाया आईएनए पैटर्न, सीसीई को बॉय बॉय

6/12/2018 4:54:17 PM

भिवानी(अशोक भारद्वाज): हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने 10वीं अौर 12वीं की परीक्षा में अब सीसीई को हटा दिया है। बोर्ड अब आईएनए को अपनाएगा। इसके लिए बोर्ड ने अपने स्तर पर बैठक करके निर्णय ले लिया तथा इसकी अप्रूवल के लिए चंडीगढ़ शिक्षा विभाग के अधिकारियों के पास भेज दिया है। अब हरियाणा के छात्रों को भी सीसीई की जगह पंजाब व हिमाचल की तर्ज पर आईएनए के 20 अंक दिए जाएंगे। साथ ही बोर्ड ने छात्रों को एक मर्सी चांस देने का फैसला किया है। जिससे 30 हजार छात्रों को फायदा होगा। 

बैठक में सीसीई को बॉय बॉय करने के निर्णय पर मुहर लगी
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड परिसर में बोर्ड अध्यक्ष डा. जगबीर सिंह की अध्यक्षता में शैक्षिक मामलों को लेकर एक बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें पंजाब व हिमाचल की परंपरा के अनुसार आईएनए लागू करने का फैसला लिया गया। इस बैठक में गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय से रजिस्ट्रार अनिल पुंडीर, गुरुग्राम विश्वविद्यालय के वीसी अशोक दिवाकर, सीबीएलयू के वीसी के ओएसडी हरिदत्त कौशिक, डीएन कालेज आफ एग्रीकल्चर जयपुर से डॉ. रणसिंह सैनी, लुवास यूनिवर्सिटी हिसार से डा. विनोद, सीबीएसइ प्रतिनिधि डा. अलका माथुर, एससीइआरटी से डा. मनोज शर्मा, डीएसई से प्रतिनिधि डा. उमेश गुप्ता, आइटीआइ प्रतिनिधि जगदीप, रेवाड़ी बीईओ सुभाष यादव, बोर्ड के सहायक निदेशक राजेश शर्मा, डा. अनिल गौड़, चांदराम शर्मा, नेपाल तंवर व रघविन्द्र मेहता मौजूद हुए तथा बैठक में बोर्ड के सीसीई को बॉय बॉय करने के निर्णय पर मुहर लगी। 

बैठक में लिए गए अौर भी फैसले
साथ ही बोर्ड की बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि अब तक जिस प्रकार वैकल्पिक प्रश्रों के उत्तर निशान लगा कर देने होते थे अब उनकी जगह उत्तर लिखना होगा। हालांकि उत्तर एक लाईन का ही होगा। दसवीं एवं बारहवीं कक्षा में 16 अंक के पूछे जाने वाले वैकल्पिक प्रश्नों की संख्या घटाकर 6 की जा रही है, जबकि 1-1 अंक के दस सवालों का जवाब एक शब्दीय होगा और उसमें कोई विकल्प नहीं दिया जाएगा। शिक्षा बोर्ड के इन बड़े फैसलों से प्रदेश के लाखों छात्रों के भविष्य पर प्रभाव पड़ेगा। हालांकि इन फैसलों पर अंतिम मुहर बोर्ड निदेशक मंडल की बैठक में लगेगी लेकिन एए कमेटी में देशभर के कई विश्वविद्यालयों व कालेजों के अधिकारियों द्वारा फैसला लिया जाता है और ऐसे में बोर्ड निदेशक मंडल आमतौर पर कोई बड़ा बदलाव नहीं करता है।

सीसीइ समाप्त कर इस पैटर्न से मिलेंगे अंक 
सीसीइ को सीबीएसइ के पैटर्न पर लाने का फैसला किया गया। दिल्ली विश्वविद्यालय हरियाणा के छात्रों के दस अंक काट लेता था। अब फिजिक्स, केमिस्ट्री व बायो में 70 थ्योरी व 30 अंकों की प्रैक्टीकल की परीक्षा होगी, जबकि पूर्व में 60 अंकों की थ्योरी, 20 सीसीइ व 20 अंक प्रैक्टीकल के दिए जाते थे। बारहवीं में अंग्रेजी, हिंदी व अन्य विषयों में आइएनए (आंतरिक मूल्यांकन) लागू करने पर विचार किया गया। अब 80 अंक की परीक्षा व 20 अंक की आइएनए होगी। पंजाब व हिमाचल में भी यही परंपरा लागू है। अब सीसीइ समाप्त कर दी जाएगी।

नकल पर भी लगेगा अंकुश
नए बदलाव के मुताबिक 1-1 अंक वाले 16 प्रश्नों में से 10 प्रश्न एक शब्दीय उत्तर वाले होंगे, जबकि 6 प्रश्न वैकल्पिक होंगे। छात्रों को जहां मेहनत करनी होगी, वहीं नकल पर भी अंकुश लगेगा। अब परीक्षक के पास कोई अलग से विकल्प नहीं होगा। पूर्व में परीक्षक चाहता तो सभी 16 वैकल्पिक प्रश्न पूछ सकता था और यह परिपाटी लंबे समय से चली आ रही थीं। यह भी विचार किया गया कि जिन विद्यार्थियों को एक विषय में कंपार्टमेंट है, उनको पास मानते हुए विद्यालय व विद्यालय मुखिया के रिजल्ट की सकारात्मक गणना की जाएगी। सभी विद्वानों ने इस मुद्दे पर एक सुर में मुहर लगा दी।

मर्सी चांस से 30 हजार छात्रों को होगा फायदा 
बोर्ड चेयरमैन डॉ जगबीर सिंह ने बताया कि इस फैसले पर मुहर लगा दी गई है तथा इसे हरियाणा में शिक्षा का स्तर सुधरेगा तथा बच्चों में पढ़ने की भी आदत होगी। साथ ही उन्होंने कहा कि प्रदेश के जिन छात्रों का वर्ष 2017 में कंपार्टमेंट आय़ा था लेकिन इस साल मार्च में भी पास नहीं हो पाए थे उनके लिए एक मर्सी चांस दिया जाएगा। छात्रों को ये चांस जुलाई महीने में दिया जाएगा। जिससे लगभग 30 हजार विद्यार्थियों को फायदा होगा। यह चांस 10वीं अौर 12वीं दोनों के छात्रों के लिए होगा। यदि ये छात्र जुलाई में पास हो जाएंगे तो उनका कॉलेज में दाखिला हो जाएगा। 
 

Nisha Bhardwaj