हरियाणा उर्दू साहित्यक अकादमी घिरी अनियमितताओं के विवादों में, बिना काम किए सैलरी देने का दबाव

3/29/2018 1:52:46 PM

चंडीगढ़(चंद्रशेखर धरणी): दुनिया में पहचान रखने वाली हरियाणा हरियाणा की साहित्यक उर्दू अकादमी आजकल अनियमितताओं के विवादों में है। इन अनियमितताओं के आरोप और कोई नहीं नव नियुक्त  हरियाणा उर्दू अकादमी के उपप्रधान राणा ओबेरॉय यहां के स्टाफ से मिली शिकायतों के आधार पर लगा रहे है। आर्थिक अनियमितताओं के कुछ मामले हरियाणा के मुख्यमंत्री के दरबार में भी लिखित रूप से भेजे गए है। यहां के प्रोग्राम अधिकारी डॉक्टर मोहम्मद आयूब खान ने बताया कि उर्दू अकादमी 1986 में हरियाणा में आस्तित्व में आई। उर्दू के विकास व फैलाव के लिए अच्छे काम किए तो देश व दुनिया में इसकी गिनती होने लगी। यहां माहौल उर्दू वाला होना चाहिए।अब यहां का माहौल ठीक नही है। छुट्टी जोकि किसी कर्मचारी का हक है लेने पर भी मनाही हो जाती है। बीमार होने पर मेडिकल देने पर भी गैर हाजरी लगा दी जाती है।

उन्होंने नियमों को ताक पर रखने पर कहा कि नियमों को एक अधिकारी ने ताक पर रखा है। तब मैंने अधिकारी को कहा कि आप अलोवेन्स एक अकेडमी से ले सकते है।  इस पर उन्होंने मुझे कहा कि मै तुम्हारी एसीआर खराब कर दुंगा। उर्दू अकादमी के कर्मी श्याम सुंदर ने बताया कि यहां एक एजंसी के थ्रू 3 लोग लगाए गए थे। जो केवल जोइनिंग वाले दिन ही नजर आए। उनका सारा रिकॉर्ड डायरेक्टर के पास है। उर्दू अकादमी के एकाउन्टेन्ट ओम प्रकाश के अनुसार जिन तीन लोगों को एजंसी के थ्रू नौकरी पर रख गया। उन्हें कभी भी यहां काम पर नही देखा गया। उनकी 3 महीने की सैलरी के चेक जब उन्होंने बनाने से इनकार किया तो उसके एवज में उन्हें तंग किया गया। उर्दू अकादमी के बिजली,पानी,टेलीफोन जैसी जरूरी चीजों के चेकों पर इसलिए साईन नही किये गए।

हरियाणा उर्दू अकादमी के पुराने कर्मचारी चाहतें है कि यहां का माहौल ठीक हो ,उर्दू अकादमी जिस लक्ष्य से बनाई गई है उसे पूर्ण करे। ओम प्रकाश का कहना है कि हमने एग्जीक्यूटिव डिप्टी मैनेजर को फाइल भेज दी है। अब अधिकारीगण इस पर फैसला करेंगे। उन्होंने एक अधिकारी पर आरोप लगाते हुए कहा कि हॉस्पिटल अलाउंसेस साहित्य अकेडमी हरियाणा से लेते रहे है। उन्हें ही ये दिया जाए। इसको लेकर डीपीआई आर से भी राय ली गई थी। जब वह नहीं माने तो मैने मार्गदर्शन के लिए फाइल आगे भेजी। उन्होंने कहा कि अगर तुम यह नहीं करोगे तो मैं तुम्हारा एसीआर खराब कर दूंगा। मैने अधिकारियों से मांग की है कि मेरा पिछला रिकॉर्ड देखा जाए और जो मेरी एसीआर खराब की गई है उसे ठीक किया जाए। 

जिन कर्मचारियों की नियुक्ति हुई है वह आज तक ड्यूटी पर नहीं आए है। उनको कोई  भी गलत चेक नहीं दिया गया।  हरियाणा उर्दू अकादमी के कार्यालय में कॉन्ट्रेक्टर के द्वारा तीन लोगों की भर्तियां 3 माह पूर्व हुई। तीनों ने एक दिन भी दफ्तर में काम नही किया। अब हरियाणा उर्दू अकादमी के एक निदेशक उन तीनों को सेलरी दिलवाने के लिए एकाउन्टेन्ट पर दवाब डाल रहें है। हाल ही में नियुक्क्त हरियाणा उर्दू अकादमी के उपाध्यक्ष राणा ओबेरॉय ने इस मुद्दे पर कड़े तेवर अपनाते हुए कहा है कि ज़ीरो प्रतिशत टोलरेशन की नीति के तहत इन तीनों कॉन्ट्रेक्ट बेस पर लगे कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही होगी। साथ ही उस कम्पनी को ब्लैकलिस्ट करने के लिए सरकार को लिखा जाएगा। जो इनकी नियुक्ति में शामिल है।

राणा ओबेरॉय ने कहा है कि हरियाणा सरकार की अधिसूचना के तहत निदेशक पद पर तैनात व्यक्ति "हॉस्पिटैलिटी" विभाग से एक रुपया भी वसूल नही कर सकता है। जो वित्तीय अनियमित्तयों के तहत पाया गया है कि सरकार को चूना लगा यहां निदेशक द्वारा 5000 रुपये प्रतिमाह वसूल किये जा रहें है। तीन माह की यह राशि 15 हजार रुपये रिकवरी के आदेश उन्होंने विभाग को दे दिए हैं। राणा ने कहा कि हरियाणा उर्दू अकादमी के कुछ जरूरी दस्तावेज तथा रजिस्टर एक व्यक्ति ने अपनी अलमारी में बंद कर रखें है। उन्होंने बताया कि यहां के एकाउन्टेन्ट ने उन्हें सब कुछ बताया व लिख कर दिया है। नियम कायदे कानून सब के लिए बराबर है।कानून व्यवस्था भंग नही होने दी जाएगी। उर्दू अकादमी के बिजली, पानी, टेलीफोन जैसी जरूरी चीजों के चेकों पर इसलिए साईन नही किये गए।

राणा ओबेरॉय का कहना है कि हरियाणा उर्दू अकादमी में वित्तीय अनिमितताओं में शामिल एक निदेशक के पास विभाग के वित्तीय प्रबन्धन व चेक साइन करने की डीडी पॉवर है। जिसे वापिस ले हरियाणा लोक संपर्क विभाग के एकाउन्टेन्ट को देने के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। राणा ने बताया कि निदेशक की नियुक्ति से पहले उर्दू अकादमी के वित्तीय प्रबंधन का सारा काम संपर्क विभाग के एकाउन्टेन्ट ही देखते थे। उर्दू विभाग के अनेकों कर्मचारियों के उत्पीड़न व कुछ की एसीआर कुछ लोगों ने खराब कर उनका उत्पीड़न किया हुया है।किसी भी कर्मचारी के साथ अब ज्यादती नही होने दी जाएगी। उन्होंने बताया कि हिसार,कूरुक्षेत्र व अन्य सभी यूनिवर्सिटीज में उर्दू क्लासिस शुरू होंगी।


 

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