‘हरियाणा विजन जीरो’ से सड़क हादसों में 7 प्रतिशत कमी आई: अरोड़ा

7/30/2019 12:31:57 PM

चंडीगढ़ (बंसल): मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा ने कहा कि प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मृत्यु दर में कमी लाने के उद्देश्य से आरंभ किए गए ‘हरियाणा विजन जीरो’ कार्यक्रम से राज्य में सड़क दुर्घटनाओं में लगभग 7 प्रतिशत तक कमी आई और इसे शून्य करने के लक्ष्य की प्राप्ति हेतु जनभागीदारी के साथ-साथ ट्रैफिक नियमों बारे जागरूकता की आवश्यकता है। इसके लिए सरकार और आमजन को मिलकर आगे बढऩा होगा। वह सोमवार को यहां आयोजित हरियाणा विजन जीरो-संस्थागत सड़क सुरक्षा कार्यक्रम को बतौर मुख्यातिथि संबोधित कर रही थीं। कार्यक्रम दौरान मुख्यमंत्री मनोहर लाल का संदेश दिखाया गया। मुख्य सचिव अरोड़ा द्वारा हरियाणा विजन जीरो की वैबसाइट लांच की गई और इसके तहत उत्कृष्ट कार्य करने वालों को सम्मानित भी किया गया।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हरियाणा विजन जीरो कार्यक्रम को प्रदेशभर में सफलतापूर्वक क्रियान्वयन के लिए हितधारकों की प्रशंसा की है। उन्होंने कहा कि एक सर्वे अनुसार शहरी क्षेत्रों के मुकाबले ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क हादसों में मृत्यु दर अधिक है,इसके लिए संबंधित विभागों को मिलकर कड़े कदम उठाने की आवश्यकता है। उन्होंने पुलिस एवं स्वास्थ्य विभाग से सड़क हादसों का लाइव डाटा उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। 

मई 2017 में की गई थी कार्यक्रम की शुरूआत
कार्यक्रम में परिवहन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव टी.सी.गुप्ता ने बताया कि हरियाणा विजन जीरो कार्यक्रम की शुरूआत मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने 3 मई 2017 को गुरुग्राम में की थी। मई 2017 से दिसम्बर 2018 तक पहले चरण में 10 जिलों में कार्यक्रम चलाया गया,जिसकी सफलता के बाद जनवरी 2019 से दूसरे चरण में सभी 22 जिलों में इसको लागू किया गया। पहले चरण के कार्यक्रम में 230 लोगों को बचाया गया। 6,554 कि.मी. सड़कों का सड़क सुरक्षा ऑडिट करवाया गया। 1,386 दुर्घटनाओं की जांच की गई तथा 141 जिला सुरक्षा समितियों की बैठक की गई। 

उन्होंने बताया कि हरियाणा विजन जीरो कार्यक्रम से राज्य में सड़क दुर्घटनाओं में लगभग 7 प्रतिशत तक कमी आई है। चरखी दादरी व कैथल जिले में 40-40 प्रतिशत, 8 जिलों में लगभग 10-10 प्रतिशत तथा 3 जिलों में 5 से 10 प्रतिशत तक की कमी आई है। पुलिस महानिदेशक मनोज यादव ने कहा कि सड़क हादसों में 75 प्रतिशत जान गंवाने वालों में 12 से 35 वर्ष आयु वर्ग के होते हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में वाहनों की औसत स्पीड बहुत ज्यादा है,जिसे रोकने के लिए पुलिस विभाग तत्परता से कार्य कर रहा है। 

Shivam