अप्रेंटिसशिप योजना : रोल मॉडल बना हरियाणा, दूसरों को दिखाएगा राह

4/28/2018 9:27:06 AM

चंडीगढ़(बंसल): कौशल विकास एवं उद्यमिता के क्षेत्र में हरियाणा ने नया मुकाम हासिल किया है। पढ़ाई के तुरंत बाद अप्रेंटिस के मामले में हरियाणा, देश के सामने रोल मॉडल स्टेट बनकर उभरा है। आने वाले दिनों में यहां की अप्रेंटिसशिप नीति का अनुसरण दूसरे राज्य भी करते नजर आएंगे। खुद केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने राज्य की इस नीति के लिए शाबासी दी है।

शुक्रवार को नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी में केंद्रीय मंत्री ने हरियाणा के उद्योग एवं आई.टी.आई. मंत्री विपुल गोयल की पीठ थपथपाते हुए कहा कि इस मामले में हरियाणा ‘मॉडल-स्टेट’ बना है और पूरे देश के सामने एक उदाहरण पेश किया है। प्रधान ने राज्य सरकार द्वारा उद्यमियों के साथ मिलकर युवाओं की करवाई जा रही अप्रेंटिसशिप कार्यक्रम की सराहना की।

मंत्री गोयल ने कहा कि राज्य में राष्ट्रीय अप्रेंटिसशिप प्रोत्साहन योजना के लागू होने से अभी तक लगभग 39 हजार अप्रेंटिस लगाए जा चुके हैं। लगभग 9900 निजी एवं सरकारी प्रतिष्ठान पंजीकृत हो चुके हैं। राज्य सरकार द्वारा अग्रणी निर्णय लेते हुए राज्य के सभी विभागों, बोर्ड, कार्पोरेशन आदि में भी अप्रेंटिस लगाने का कार्य आरंभ किया है। इसके तहत सितम्बर-2019 तक 25000 अप्रेंटिस लगाने का लक्ष्य है। इस पर कार्य करते हुए विभिन्न विभागों के लगभग 3500 कार्यालय पंजीकृत हो चुके हैं। यही नहीं, लगभग 22500 सीटें अप्रेंटिसशिप के लिए सृजित हो चुकी हैं, जिनके प्रति लगभग 14000 अप्रेंटिस नियुक्त भी हो चुके हैं।

2017 में मिला था ‘चैम्पियन ऑफ चेंज’ अवार्ड
इस मामले में हरियाणा पहले भी केंद्र से अवार्ड हासिल कर चुका है। नवम्बर-2017 में राज्य को ‘चैम्पियन ऑफ चेंज’ का अवार्ड दिया गया था। निजी प्रतिष्ठानों में सितम्बर-2019 तक 20000 अप्रेंटिस लगाने का लक्ष्य सरकार ने रखा है।27सीएचडी.626: नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी में हरियाणा के उद्योग एवं आई.टी.आई. मंत्री विपुल गोयल दीप प्रज्वलित करते हुए।

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