हरियाणा : काम का बढ़ गया ज्यादा बोझ, सरकारी अस्पतालों में VRS ले रहे डॉक्टर

5/31/2023 12:39:18 PM

यमुनानगर (अभिषेक दत्ता) : हरियाणा में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए नए भवनों का निर्माण किया जा रहा है। अस्पतालों को अपग्रेड किया जा रहा है, लेकिन सबसे जरूरी इन अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी के चलते ऐसा संभव नहीं लगता। हरियाणा के सरकारी अस्पतालों में जहां पहले से ही डॉक्टरों की भारी कमी है, पैरामेडिकल स्टाफ की भारी कमी है। वहीं डॉक्टरों द्वारा वीआरएस लेकर नौकरी छोड़ने का सिलसिला लगातार जारी है। 


प्रदेश भर में VRS लेकर सरकारी नौकरी छोड़ चुके हैं 114 डॉक्टर 


बता दें कि पिछले कुछ ही समय में प्रदेश भर के 114 डॉक्टर वीआरएस लेकर सरकारी नौकरी छोड़ चुके हैं, जिसके चलते प्रदेश भर में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही हैं। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे डॉ राजन शर्मा का कहना है कि भवन बनाने से काम नहीं चलेगा, वहां डॉक्टरों की कमी को दूर करना होगा। इसके साथ साथ पैरामेडिकल स्टाफ की कमी को दूर करना पड़ेगा। डॉक्टर वीआरएस लेकर सरकारी नौकरी क्यों छोड़ रहे हैं। इसके लिए सरकार को आत्ममंथन करना पड़ेगा, जो कमियां है उन्हें दूर करना पड़ेगा। 

 

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन से जुड़े सदस्यों का कहना है कि डॉक्टरों पर बेवजह बोझ लादा जाता है। कभी उनकी ड्यूटी पोस्टमार्टम में तो कभी वीआईपी ड्यूटी में लगा दी जाती है। इसी के चलते स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित रहती हैं। डॉक्टर 24 घंटे काम नहीं कर सकता, उसे आराम भी चाहिए, लेकिन यहां डॉक्टरों की कमी के चलते उन्हें आराम भी नहीं मिल पाता। इसी के चलते सरकारी सेवा में कार्यरत डॉ अपनी नौकरी बीच में छोड़कर जा रहे हैं।

(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।)

Content Writer

Manisha rana