अनिल विज की अमित शाह से हुई मुलाकात के बाद राजनीतिक गलियारों में आई गर्माहट

7/19/2021 8:39:15 PM

चंडीगढ़ (धरणी): हरियाणा के गृह, स्वास्थ्य एवं निकाय मंत्री अनिल विज की केंद्रीय मंत्री अमित शाह से हुई मुलाकात ने राजनीतिक गलियारों में गर्माहट ला दी हैं। चर्चाएं कई तरह की चल रही हैं, लेकिन सूत्रों के अनुसार प्रदेश के गृह, स्वास्थ्य एवं निकाय मंत्री अनिल विज प्रदेश के हालातों और कोरोना की तीसरी लहर की संभावनाओं के चलते की गई तैयारियों को लेकर केंद्रीय मंत्री से मिले हैं।

अनिल विज दिल्ली परिक्रमा में विश्वास रखने की बजाय काम करने में विश्वास रखने वाले मंत्री हैं। कोरोना काल की पहली व दूसरी लहर के दौरान वह बुरी तरह से संक्रमित हुए थे, जिस कारण उन्हें अस्पताल में उपचाराधीन भी रहना पड़ा था। ब्लड शुगर के मरीज होने के कारण चिकित्सकों ने उन्हें लंबे समय तक उपचाराधीन रहने की सलाह दी थी। 

पहली लहर के दौरान वह बाथरूम में पैर फिसलने के कारण बुरी तरह से चोटिल भी हुए थे। लेकिन अपना पूरा उपचार करवाने की बजाय परिस्थितियों को समझते हुए उन्होंने अपना समय कार्यालय में निभाना ज्यादा उचित समझा था। जिस कारण ही कोरोनाकाल में उनकी हाजिरी चंडीगढ़ स्थित अपने कार्यालय में सभी मंत्रियों से ज्यादा रही है।

प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कोरोना की पहली व दूसरी लहर के दौरान हर चीज की मॉनिटरिंग करते रहे। वहीं प्रदेश में दूसरी लहर के दौरान आई ऑक्सीजन की भारी कमी, दवाइयों और इंजेक्शनो की हो रही कालाबाजारी और प्राइवेट अस्पतालों द्वारा की जा रही ठगी को लेकर कई बड़े फैसले किए। प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी को लेकर दिन-रात एक कर और अपने सभी बेहतरीन अधिकारियों को मैदान में उतारकर इस मोर्चे को संभालने की जिम्मेदारी अपने हाथों में रखी। 

वहीं प्रदेश के ग्रह, स्वास्थ्य, निकाय मंत्री अनिल विज भी इस दौरान पूरी तरह से एक्टिवेट नजर आए। अस्पताल में दाखिल होने के बावजूद उन्होंने अपनी मॉनिटरिंग की कमांड किसी और के हाथों में नहीं सौंपी। हाईटेक टेक्नोलॉजी और संसाधनों का प्रयोग कर वह लगातार आदेश व दिशा निर्देश अधिकारियों को समय-समय पर देते रहे। उस दौरान दिल्ली के बड़ी संख्या में मरीज आसपास के जिलों सोनीपत, फरीदाबाद, गुडग़ांव में उपचार के लिए दाखिल हुए। लेकिन उन्हें दरकिनार करने की बजाय उनकी देखरेख और उपचार के लिए भी प्रदेश के गृह मंत्री विज ने चिकित्सकों को कड़े निर्देश दिए। 

गृह मंत्री अनिल विज ने इस मोर्चे पर बहुत अहम जिम्मेदारी निभाते हुए पीड़ित लोगों के फोन आने पर निजी तौर पर इस मामले को अटेंड किया और उनकी मदद की। प्रदेश में जगह-जगह से आ रही प्राइवेट अस्पतालों की ठगी बजारी और कई तरह की दवाइयों और इंजेक्शनों की कालाबाजारी के मामले में प्रदेश के गृह, स्वास्थ्य मंत्री ने बड़ा एक्शन लेते हुए कई अस्पतालों के खिलाफ बड़ी कार्यवाही की। 

आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से हुई मुलाकात भी कोरोना की तीसरी लहर की संभावनाओं के चलते हुई है। जिसके चलते अनिल विज ने अमित शाह के सामने प्रदेश की तैयारियों का सारा डाटा पेश किया और सूत्रों के अनुसार अमित शाह ने भी की गई स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों को लेकर सराहना की है।

प्रदेश के गृहमंत्री अनिल विज हमेशा अपने कार्य करने के स्टाइल को लेकर सुर्खियों में रहे हैं। गृह विभाग संभालने के बाद उन्होंने प्रदेश के कई अस्पतालों और थानों में अचानक पहुंचकर जहां जनता को अचंभित किया, वहीं एक साफ संदेश अधिकारियों को दिया था कि अब पहले जैसा नहीं चलेगा। लेकिन स्वास्थ्य कारणों के कारण लंबे समय तक वह शांत दिखाई दिए। लेकिन अब फिर से उनका वही स्वभाव-स्टाइल और बेबाक अंदाज दिखने लगा है। 2 दिन पहले वह अचानक दिल्ली स्थित हरियाणा भवन पहुंच गए और वहां का औचक निरीक्षण कर खानपान की व्यवस्थाओं को जांचा। कोविड नियमों की पालना करने के कड़े निर्देश देते हुए प्रदेश के गृह मंत्री नजर आए। उन्होंने साफ सफाई को लेकर भी हरियाणा भवन के कर्मचारियों को सख्त आदेश दिए।

Content Writer

Shivam