हिसार की जनता को पसंद नहीं गठबंधन की राजनीति

4/20/2019 9:47:21 AM

हिसार(योगेंद्र): लोकसभा चुनाव की सरगर्मियां लगातार बढ़ती जा रही हैं। हर पार्टी गुणा-भाग कर अपने प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर रही है। भाजपा ने सबसे पहले प्रत्याशी घोषित किया तो दूसरी पार्टियां मुकाबले के लिए गठबंधन का समीकरण बनाने में जुट गई हैं, लेकिन हिसार का इतिहास रहा है कि यहां की जनता को गठबंधन की राजनीति रास नहीं आती है। इसी के चलते पहले भी गठबंधन कर चुनाव लडऩे वाले प्रत्याशियों को हिसार की जनता ने नकार दिया था।

इस बार चुनाव में ज.ज.पा.-आप पार्टी के बीच गठबंधन है और इसी के चलते सभी की नजर टिकी है कि क्या इस बार भी हिसार की जनता पूर्व की भांति निर्णय करेगी या बदलाव होगा।वर्ष 2009 में इनैलो-भाजपा गठबंधन के चलते हिसार से प्रो. संपत सिंह को संयुक्त प्रत्याशी बनाया गया लेकिन हिसार की जनता ने हजकां से चुनाव मैदान में उतरे पूर्व सी.एम. चौधरी भजनलाल को चुना और गठबंधन के प्रत्याशी प्रो. संपत सिंह को करारी शिकस्त दी। वर्ष 2011 में चौधरी भजनलाल का निधन हो गया।

इसके चलते हिसार में हुए उपचुनाव में एक बार फिर लोगों ने हजकां प्रत्याशी कुलदीप बिश्नोई का साथ दिया। उपचुनाव में अजय सिंह चौटाला दूसरे तो कांग्रेस के जयप्रकाश तीसरे नंबर पर रहे थे। वहीं वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा- हजकां के बीच गठबंधन हुआ। गठबंधन तहत हिसार लोकसभा क्षेत्र से कुलदीप बिश्नोई को चुनावी मैदान में उतारा गया। इस बार भी गठबंधन फेल हो गया और हिसार के लोगों को यह गठबंधन पसंद नहीं आया और हिसार के लोगों ने पहली बार राजनीति के मैदान में उतरे इनैलो के 26 साल के युवा दुष्यंत सिंह चौटाला का साथ दिया।

इस बार चुनाव में ज.ज.पा.-आप के बीच गठबंधन है और चुनावी मैदान में पुन: इनैलो से अलग होकर अपनी पार्टी बनाने वाले दुष्यंत सिंह चौटाला ही मैदान में हैं। अब सभी की नजर इस पर टिकी है कि क्या हिसार के लोग गठबंधन का साथ देंगे या पूर्व की भांति गठबंधन की गांठ खोलकर रख देंगे।वहीं इस बार भाजपा ने गठबंधन से दूर रहकर जाटलैंड में कमल खिलाने के लिए सोच-विचार कर ज.ज.पा. के जाट प्रत्याशी के सामने अपना भी जाट प्रत्याशी खड़ा कर चुनौती कड़ी कर दी है।

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