हिसार: 3 पन्ने का नोट लिख पेट्रोल पंप मालिक ने किया सुसाइड, बोला- BJP नेता कर रहा तंग, दुखी होकर उठाया कदम

6/8/2023 10:34:56 AM

हिसार(हरभगवान भारद्वाज) : हिसार में रामायण गांव के पेट्रोल पंप मालिक रोशन लाल ने सुसाइड कर लिया। पंप मालिक ने परसों रात को अपने घर पर जहरीला पदार्थ निगला था, जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। मरने से पहले उसने एक सुसाइड नोट भी लिखा। साइड नोट में भाजपा नेता का नाम लिखा है।  



जानकारी के अनुसार रामायण गांव निवासी रोशन लाल ने 2012 में गांव के अंदर पेट्रोल पंप खोला था। उस समय भाजपा नेता मनदीप मलिक ने भी कुछ हिस्सा  पंप में लगाया था ।  सुसाइड नोट में रोशन लाल ने लिखा है कि जब से पंप लगाया हैं उसके बाद से मनदीप और उसके साथी ने कोई भी पैसा नहीं लगाया और हमेशा पंप की जो रकम आती उसमें अपना हिस्सा लेकर चले जाते।  कई बार इसको मना भी किया लेकिन उसने अपना नाम और अपनी पार्टी का भय दिखा कर डरा धमकाकर हम से पैसे ले जाता। 2012 से लेकर अब तक करीब 25 लाख रुपये वह पंप से ले जा चुका है । मुझे और मेरे परिवार को डरा धमका कर उठा लेने की धमकी देता है। इसी बात से परेशान होकर मैं आत्महत्या कर रहा हूं। वहीं आदमपुर थाने के कार्यवाहक थाना प्रभारी विनोद कुमार ने बताया कि उनके पास अभी तक सुसाइड करने की कोई सूचना नही आई है  है।



चैकों का दुरुपयोग करने की दे रहा था धमकी

 

नोट में रोशन लाल ने लिखा कि भाजपा नेता के पास पंप मालिक के ब्लैक चैक थे, जिसे वह बैंक में लगाने की धमकी देता था। वह इन चैकों का दुरुपयोग कर रहा है। मेरे परिवार ने मेरा साथ नहीं दिया, इसलिए भाजपा नेता को मौका मिल गया। जब मैने राधे कृष्ण किसान सेवा केंद्र लगाया था उस समय मनदीप मलिक ने खाता खोला था जो कि सेविंग एकाउंट था। फिर मंदी ने उस खोत की चेक बुक इश्यू करवाई जतो कि मैं बैंक में लिखकर दे आया। फिर मेरी चुक बुक आ गई। फिर मंदीप ने मुझसे कहा कि तुम इस चैक बुक से तीन चैक ब्लैंक साइन किए हुए ले लिए। फिर उसके बाद हमारे बाकी चैक से पंप के काम लिए जो चैक उसने लिए मैने उसका सारा हिसाब कर दिया। फिर उसने कहा कि अभी मेरे पास आपके तीन ब्लैक चैक रखे हैं। मैं आपको इन चौकों द्वारा किसी ओर आदमी को देकर कोर्ट के हिसार से पैसे लेकर रहूंगा। जब मैने उसका हिसाब 4 जून 2021 को चार लाख रुपये देकर कर दिया था। वह हिस्सा मेरी बहन ने ले लिया था। जिसमें उसे साइन व फोन नंबर लिखे है।



अगर मंदीप ने किसी आदमी को फोन करके कहा मै यह चैक लगा रहा हूं। अगर आप ने साथ आना है तो मैं मैं आपको हिस्सा दे दूंगा। मगर उस आदमी ने मना कर दिया। फिर उसने चैक किसी ओर जो कि मैं उसको कभी जानता नहीं हूं, उसको चैक देकर बांउस करवाकर मेरे पास सम्मन भेज दिए। अब मेरे ऊपर बार बार दबाव बना रहा है कि अभी तो मैने पैसे ओर लेने है, जब तक आप जिंदा रहोंगे, तब तक मैं आपका पीछा छोड़ने वाला नहीं हूं। क्योंकि आप तो मेरे कमाऊं पुत थे। उसने कभी भी पूंजी पंप पर नहीं लगाई और जो लगाई शुरू शुरू में तीन लाख रुपये केवल। जब भी सप्लाई आती, उसने कोई पैसा नहीं दिया। उसका काम डरा- धमकाकर पैसे निकालना था। वह 2012 से लेकर अब तक 20 से 25 लाख रुपये पंप से निकाल कर ले गया। अब मैं मंदीप मलिक के डर से आत्महत्या कर रहा हूं। उसके साथ जयेष बगा जिम्मेदार है। मंदीप मलिक भाजपा का नेता हैं वह कहता है कि जो मैं बोलता हूं, उससे पैसे से ही हिसाब होता। हमारी यही बोलने की कमाई है। यदि आपने पैसे नहीं दिए तो हमारे से बुरा आपके लिए कोई नहीं होगा। सारे परिवार को उठा लेंगे। इसलिए अत्यंत दुखी होकर मैने यह कदम उठाया है।  

Content Writer

Isha