वीर बाल दिवस के अवसर पर सभी स्कूलों की प्रार्थना सभा में पढ़ाया जाए बलिदानी इतिहास :  राजीव जैन

12/19/2022 10:57:50 PM

चंडीगढ़(चंद्रशेखर धरणी): हरियाणा प्रदेश वैश्य महासम्मेलन के अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री के पूर्व मीडिया सलाहकार राजीव जैन ने शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि गुरू गाबिन्द सिंह के साहिबजादों का बलिदानी इतिहास वीर बाल दिवस के अवसर पर आगामी 26 दिसम्बर को प्रदेश के सभी सरकारी एवं प्राईवेट स्कूलों की प्रार्थना सभा में पढ़ाया जाए।

 

राजीव जैन ने अपने पत्र में लिखा है कि वैश्य समाज इस दिन सिख समाज के साथ मिलकर दोनों बाल वीरों के संस्कार के लिए 78 हजार स्वर्ण मुद्राएं देकर मुगलों से 4 गज जमीन लेने वाले दीवान टोडर मल जैन को भी गुरूद्वारों में याद करेगा। उन्होंने लिखा है कि आज देश में स्वार्थ एवं लालच के वशीभूत होकर धर्म परिवर्तन की मुहिम में कुछ राष्ट्र विरोधी ताकतें लगी हैं, जबकि वीर बलिदानी जोरावर एवं फतेह सिंह ने जबरन इस्लाम धर्म कबूल करने से इंकार कर दिया था।

 

उन्होंने लिखा है कि जब देश में मुगल शासक जबरन हिंदुओं का धर्म परिवर्तन करवा रहे थे और मुगलों का फरमान न मानने वालों को मौत के घाट उतार दिया जाता था, ऐसे में धर्म परिवर्तन की ब्यार को रोकने के लिए गुरू गोबिंद सिंह के पुत्रों जोरावर सिंह ने 9 वर्ष एवं फतेह सिंह ने 6 वर्ष की आयु में दीवार में चिनवाना स्वीकार करके बलिदान की मिसाल पेश की। राजीव जैन ने लिखा है कि दोनों बाल बलिदानियों का इतिहास पढ़ाने से धर्म परिवर्तन करने वालों को सोचने पर मजबूर होना पड़ेगा।

 

राजीव जैन ने लिखा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी इनके बलिदान दिवस को वीर बाल दिवस घोषित करके ऐतिहासिक कदम बढ़ाया है। आने वाली पीढ़ी को राष्ट्रभक्ति, धर्म की रक्षा और संकट में अपना सब कुछ न्यौछावर करने की प्रेरणा मिल सके। इसलिए वीरों का इतिहास जानना आवश्यक है, वैसे भी सरकार ने आजादी के अमृत महोत्सव काल में गुमनाम शहीदों को याद करने की नई परम्परा की शुरुआत की थी।

 

  (हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।)    

Content Writer

Gourav Chouhan