शराब घोटाले में गृह और आबकारी मंत्री दोनों शामिल : अभय

8/9/2020 10:14:30 AM

चंडीगढ़ (पांडेय) : इनैलो नेता एवं विधायक अभय सिंह चौटाला ने कहा कि लॉकडाऊन दौरान 1 करोड़ 10 लाख बोतलें अधिकारियों के साथ सरकार में बैठे लोगों ने मिलीभगत करके डिशटलरी से निकालकर महंगे दामों पर बेच दी। एस.ई.टी. ने जांच के दौरान ये माना कि इसका जिक्र कहीं नहीं है और आबकारी विभाग ने भी माना कि यह शराब उनके यहां से गई है। एस.ई.टी. को सिर्फ फतेहाबाद के एक डी.ई.टी.सी. ने रिपोर्ट दी लेकिन 21 जिलों के डी.ई.टी.सी. ने यह कहकर मना कर दिया कि हमने अपनी रिपोर्ट आबकारी विभाग को भेज दी है, वहां से ले लें। 

यह कमेटी शराब घोटाले की जांच के लिए मुख्यमंत्री द्वारा बनाई गई थी और उनको वे दस्तावेज देने बनते थे। इससे साफ होता है कि इस घोटाले में आबकारी मंत्री का सीधा हाथ है, वहीं आबकारी मंत्री द्वारा एक्साइज कमिश्नर को क्लीनचिट दे दी गई जो कि सीधे-सीधे मुख्यमंत्री को चुनौती दी गई है। पत्रकारों से बातचीत में इनैलो नेता ने कहा कि लॉकडाऊन दौरान पुलिस नाके हर तरफ लगे हुए थे, फिर ये शराब की तस्करी कैसे हुई? गृह मंत्री विजीलैंस जांच के नाम पर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला नहीं झाड़ सकते। 

हुड्डा का नजदीकी है शराब माफिया भूपेंद्र 
इनैलो नेता ने आरोप लगाते हुए कहा कि शराब घोटाले में पकड़ा गया भूपेंद्र नामक व्यक्ति विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा का नजदीकी है। इसने हुड्डा के सोनीपत लोकसभा चुनाव दौरान खरखौदा में 31 लाख रुपए की राशि भेंट की थी। चंदा वही लोग देते हैं जो सरकार का फायदा उठाते हैं। हुड्डा ने इस घोटाले पर आज तक एक भी टिप्पणी नहीं की। इसका मतलब हुड्डा को डर है कि अगर इस घोटाले पर कुछ बोला तो घोटाले का सरगना भूपेंद्र उसका नाम न ले दे। 

अभय ने कहा कि इस सरकार में पिछले नौ महीनों में हुए नौ घोटालों की सी.बी.आई. जांच के लिए हमने मुख्यमंत्री को चि_ी लिखी थी और उनके जवाब का इंतजार कर रहे हैं। हम इन घोटालों के दस्तावेज इकट्ठे कर रहे हैं और अगर सरकार ने इन घोटालों की जांच सी.बी.आई. को नहीं सौंपी तो हम इन घोटालों को हाईकोर्ट के सामने रखेंगे और हाईकोर्ट से गुहार लगाएंगे।

Edited By

Manisha rana