गृह मंत्री विज ने सख्त लहजे में कहा- डाटा से समझ जाएं अपराधी, मेरे राज में अपराधियों को नहीं मिलती छूट
1/24/2022 4:38:18 PM
चंडीगढ़( चंद्रशेखर धरणी): वर्ष 2022 15 जनवरी तक प्रदेश की पुलिस की सक्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि मात्र 15 दिनों में खाकी ने प्रदेश में 297 अवैध हथियारों से संबंधित मुकदमे दर्ज करते हुए इस अपराध में संलिप्त 323 लोगों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है। इन सभी मामलों में प्रदेश पुलिस ने करीब 313 अवैध हथियार जिसमें देसी कट्टा/ पिस्टल, गन, रिवाल्वर इत्यादि के साथ-साथ 349 जिंदा कारतूस और 14 तेजधार चाकू बरामद किए हैं। इस बारे प्रदेश के गृह मंत्री द्वारा प्रदेश पुलिस को सख्त हिदायतें दी गई थी कि प्रदेश में अवैध हथियारों के कारण ही अपराधों को अंजाम दिया जाता है। जिस कारण इस प्रकार के अपराधियों पर नकेल कसने अति आवश्यक है।
विज ने जानकारी देते हुए बताया कि दिल्ली के साथ लगते जिले ऐसे अपराधियों के गढ़ हैं। गुड़गांव, फरीदाबाद और पलवल जिले में सबसे अधिक ऐसे मुकदमे दर्ज किए गए हैं। जिसमें अधिकतम गुरुग्राम जिसमें 54 ऐसे दर्ज मुकदमों में 54 ही आरोपियों को काबू किया गया है और इन लोगों से 56 देसी कट्टेप/पिस्टल और 25 जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं। दिल्ली के साथ लगते फरीदाबाद में अवैध हथियार संबंधित दर्ज 30 मुकदमों में 33 लोगों को गिरफ्तार करते हुए 12 देसी पिस्टल, 12 देसी कट्टा, 11 जिंदा कारतूस और 6 चाकू बरामद किए गए हैं। दिल्ली के साथ लगते तीसरे जिले पलवल में 25 मुकदमों में संलिप्त 33 लोगों को गिरफ्तार करते हुए 45 देसी कट्टा/ पिस्टल, 2 मैगजीन और 102 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं। आंकड़ों के अनुसार प्रदेश का सबसे क्राइम फ्री जिला पंचकूला साबित हुआ है। जिसमें इन 15 दिनों में एक भी अवैध हथियार संबंधित मुकदमा दर्ज नहीं हो पाया है।
प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज इस मामले में समय-समय पर संबंधित उच्च अधिकारियों को आदेश व दिशा निर्देश देते रहते हैं। उनकी सख्त हिदायतों के कारण ही प्रदेश पुलिस ऐसे मामलों में कतई लापरवाही नहीं बरतती। विज ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश के जिला अंबाला में 12 मामलों में 12 ही आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। कुरुक्षेत्र में 2 मुकदमों में 2 आरोपियों, यमुनानगर में 11 दर्ज मुकदमों में 12 आरोपियों, करनाल जिले में 8 मुकदमे दर्ज हुए और आठ ही आरोपी काबू किए गए। जिला कैथल में 4 मुकदमों में 6 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। पानीपत में 7 मुकदमों में 7 आरोपियों को काबू करने में पुलिस ने सफलता हासिल की। रोहतक जिले में 15 मुकदमे दर्ज हुए और 15 लोग गिरफ्तार हुए।
सोनीपत जोकि अपराध की फेहरिस्त में हमेशा अग्रसर नजर आता है वहां आर्मस एक्ट के तहत दर्ज 24 मुकदमों में 25 लोगों की गिरफ्तारी हुई। झज्जर जिला में 16 मुकदमे दर्ज हुए और 21 लोगों को पुलिस ने काबू करने में सफलता हासिल की। दादरी में 6 मुकदमों में 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया।भिवानी में 9 मुकदमों में 9 लोगों की गिरफ्तारी हो पाई। हिसार में 13 मुकदमे दर्ज हुए और 13 लोगों की गिरफ्तारी की गई। हांसी के 4 मुकदमों में 5 लोगों की गिरफ्तारी हुई। सिरसा में 6 मुकदमें दर्ज करके पुलिस ने 7 लोगों की गिरफ्तारी की। जिला फतेहाबाद में 9 मुकदमे दर्ज करते हुए 10 लोगों की गिरफ्तारी हुई।जिला जींद में 8 मुकदमे दर्ज किए गए तथा 11 लोगों की गिरफ्तारी हुई। रेवाड़ी में 12 मुकदमों में 14 लोगों की गिरफ्तारी पुलिस ने की। नारनौल में दर्ज 8 मुकदमों में 11 लोगों की गिरफ्तारी हुई। जिला नूहं में केवल 1 ही मुकदमा दर्ज किया गया और एक ही आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। वहीं जीआरपी रेलवे पुलिस ने छह मुकदमे दर्ज किए और गिरफ्तारी एक आरोपी की हुई। एसटीएफ गुड़गांव द्वारा 7 मुकदमों में 7 लोगों की गिरफ्तारी हुई।
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज के सख्त अंदाज और अधिकारियों को लगातार समय-समय पर आवश्यक दिशानिर्देशों के कारण ही प्रदेश की पुलिस पूरी तरह से सतर्क नजर आने लगी है। साल के पहले 15 दिन का यह डाटा यह बताने के लिए काफी है कि प्रदेश पुलिस किस तरह की कार्यप्रणाली अंजाम दे रही है और यह डाटा प्रदेश की आम जनता के लिए जहां राहत भरा है वहीं अपराधियों की नींद हराम कर देने के लिए भी काफी है। क्योंकि यह तो साफ है कि इन 15 दिनों में की गई कार्यवाही पर विराम कतई नहीं लगने वाला है। यह डाटा केवल और केवल एक ट्रेलर है बाकि फिल्म के लिए वर्ष 2022 पूरा अभी बाकी है। विज ने यह संदेश प्रदेश की जनता को जरूर दिया कि उनके राज में कतई डरने की जरूरत नहीं है। किसी भी प्रकार की दुख तकलीफ को लेकर वह आमजन के लिए 24 घंटे तैयार हैं, लेकिन प्रदेश के अपराधियों को वह किसी भी सूरत में बख्शने के लिए तैयार नहीं है।