डेरे की कमान को लेकर हनीप्रीत व राम रहीम के परिजनों में 36 का आंकड़ा!

11/14/2019 5:57:32 PM

डेस्क (संजय अरोड़ा/नवदीप)- करीब सवा 2 वर्ष बाद डेरा की गाड़ी अब ट्रैक पर दौड़ती नजर आने लगी है। आॢथक,कमॢशयल,आध्यात्मिक रूप से टूट चुके डेरा में अब इन तीनों ही आयामों के संदर्भ में राहत मिलती नजर आ रही है। डेरा सच्चा सौदा के संस्थापक शाह मस्ताना महाराज के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में एक दिन पहले मंगलवार को हुए भंडारे में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान व दिल्ली सहित अनेक हिस्सों से हजारों डेरा अनुयायी पहुुंचे।

गुप्तचर विभाग द्वारा सरकार को भेजी गई रिपोर्ट अनुसार डेरा के इस भंडारे में करीब 50 हजार अनुयायियों ने शिरकत की। भीड़ के लिहाज से यह एक बड़ा आंकड़ा है। महत्वपूर्ण बात यह है कि अगस्त 2017 की ङ्क्षहसा के बाद डेरा में करीब आधा दर्जन बड़े भंडारे हो चुके हैं,मगर इन सभी आयोजनों में नाममात्र की भीड़ जुटती रही है और डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम के जेल जाने के बाद अनुयायियों की इतनी बड़ी हाजिरी पहली बार 12 नवम्बर को हुए भंडारे में डेरा परिसर में नजर आई। 

खास बात यह है कि डेरा की मुंह बोली बेटी हनीप्रीत के जेल से रिहा होने के करीब 5 दिन बाद हुए इस भंडारे में डेरा प्रमुख के पूरे परिवार ने शिरकत की। सूत्रों अनुसार डेरा की ताकत पहले भी भीड़ रही है। इसी भीड़ के दम पर डेरा ने पहले व्यासायिक प्रगति की और बाद में राजनीतिक दखल दिया। अब भीड़ जुटने से डेरा में चल रही दुकानों में कारोबार बढ़ेगा। उसके कारखाने खुलेंगे तो उत्पादन होगा व लोगों को रोजगार भी मिलेगा। इस नजरिए से डेरा एक बार फिर टै्रक पर आता नजर आ रहा है। हालांकि डेरा में इन सब चीजों के लिए केंद्रीयकरण कमान की जरूरत है यानी ऐसा कोई जो डेरा को पूरी तरह से संभाले पर कमान यानी कार्यवाहक डेरा प्रमुख के पद को लेकर हनीप्रीत वर्सेज डेरा परिवार के सदस्यों में 36 का आंकड़ा है और अब यह नजर भी आने लगा है। 


मंगलवार को हुए भंडारे में हनीप्रीत एवं डेरा प्रमुख के परिवार के सदस्य नजर आए,लेकिन आपस में उनकी कोई बातचीत नहीं हुई। सभी आगे की पंक्ति में बैठे थे, पर उन्होंने एक-दूसरे से कोई बात तक करना जरूरी नहीं समझा। सभी के चेहरे से चमक भी गायब नजर आई। सूत्रों की मानें तो डेरा में वर्चस्व को लेकर हनीप्रीत एवं परिवार के सदस्यों के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। यह लड़ाई अंदरूनी स्तर पर जारी है और जल्द ही यह सार्वजनिक रूप से सामने आ सकती है।



अरबों का है डेरा
गौरतलब है कि डेरा सच्चा सौदा के पास अकूत संपत्ति है। डेरा की संपत्ति का अंदाजा लगाना मुश्किल है,लेकिन यह तय है कि डेरा की संपत्ति करोड़ों में नहीं अरबों में है। डेरा के पास अकेले सिरसा जिला में ही करीब 947 एकड़ जमीन है। प्रति एकड़ जमीन का कलैक्टर रेट 15 लाख रुपए है। इसके अलावा डेरा में कई एकड़ में एक मल्टी स्पैशलिटी अस्पताल,4 स्कूल, 2 कालेज, एक थ्री स्टार होटल, 8 एकड़ में कशिश रैस्टारैंट, पुराने डेरा में करीब 100 दुकानें,30 एकड़ में सत्संग स्थल है। इसके अलावा डेरा में स्वीमिंग पुल, माही सिनेमा, कई फूड कोर्ट, हॉकी मैदान, खेल गांव फुटबाल ग्राऊंड, क्रिकेट मैदान है। डेरा के देश में करीब 46 बड़े आश्रम,जबकि 1000 से अधिक नामचर्चा घर हैं।

पटाखे फोडऩे पर एतराज
हनीप्रीत 7 नवम्बर को जमानत पर जेल से रिहा हुई थी। इसके बाद वह सिरसा के डेरा सच्चा सौदा मुख्यालय में पहुंची। उनके सिरसा पहुंचने पर डेरा में पटाखे फोड़े गए और आतिशबाजी की गई। सूत्रों अनुसार डेरा प्रमुख के परिवार के सदस्यों ने डेरा में पटाखे फोड़े जाने पर आपात्ति जाहिर की है। परिवार के सदस्यों ने डेरा प्रबंधन समिति के सदस्यों से इस बात को लेकर नाराजगी भी जाहिर की है।



21 कारखाने, उत्पादन ठप्प
डेरा की अपनी एक अलग दुनिया है। शैक्षणिक संस्थान, अस्पताल, होटल, सिनेमा, कारखाने, दुकानें, कालोनियां हैं। डेरा एक अलग तरह का शहर है। हजारों आश्रम के अलावा डेरा में 3 बड़ी कालोनियां हैं। इसके साथ ही यहां 21 कारखाने हैं। रेडीमेड गारमेंट्स, दैनिक उपभोग की वस्तुओं के उत्पाद के अलावा खेती से संबंधित दवाइयां, पशुओं की दवाइयां, एलोवेरा जूस, लीची जूस, बैटरीज आदि का निर्माण यहां किया जाता रहा है। अब अधिकांश कारखानों में उत्पादन ठप्प है। 

Isha