हनीट्रैप मामला : खुद के बिछाए जाल में फंसी दोनों महिलाएं

3/10/2020 3:54:54 PM

पानीपत(संजीव) : स्क्रैप कारोबारी सहित 3 लोगों को हनीट्रैप में फंसाकर रुपए ऐंठने के मामले में महिला सब-इंस्पैक्टर व महिला के बीच पैदा हुई आपसी फूट से ही सारा खेल खराब हो गया। इसके चलते जहां आरोपी महिला को पहले ही गिरफ्तार करके न्यायिक हिरासत में भिजवाया जा चुका है, वहीं महिला सब-इंस्पैक्टर को भी आखिरकार सरैंडर करना पड़ा, जिसको अदालत में पेश करके एक दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया गया है।

जो खुलासा अभी तक हुआ है उसके अनुसार 22 फरवरी को स्क्रैप कारोबारी व 2 अन्य थाना चांदनी बाग क्षेत्र के अंतर्गत रहने वाली 40 वर्षीय महिला के घर पहुंचे थे। जहां पर तीनों ने शराब पी तथा करीब 5 घंटे वहां रहे। इसी दौरान महिला सब-इंस्पैक्टर योगेश कुमारी ने रेड मारते हुए तीनों को महिला के घर से पकड़ा तथा धमकी देते हुए 50 लाख रुपए की मांग की। हालांकि उस समय कारोबारी केवल 25 हजार रुपए ही महिला सब-इंस्पैक्टर को दे पाया। 

शेष रकम का बाद में इंतजाम करके देना तय हुआ। इसी दौरान महिला सब-इंस्पैक्टर व तीनों आरोपियों में मामला रफा-दफा करने को लेकर सौदेबाजी तेज हो गई तथा तीनों 5 लाख देने तक सहमत हो गए, जबकि महिला सब इंस्पैक्टर भी 10 लाख तक आ गई। वहीं दूसरी ओर आरोपी महिला अभी भी 50 लाख से कम समझौते पर तैयार नहीं थी।

 मामले को लेकर 2 दिन तक कोई हलचल न होने से महिला को शंका हुई कि लेडी सब इंस्पैक्टर ने उसे धोखा देकर आरोपियों से सांठगांठ कर ली है। जिस पर उसने तीनों आरोपियों के खिलाफ गैंगरेप का केस थाने में दर्ज करवा दिया। वहीं दूसरी ओर कारोबारी ने अपने मित्र की मदद से महिला द्वारा पैसे मांगने की बातें मोबाइल पर रिकार्ड कर एस.पी. को सौंप दी। जिसके बाद महिला ने भी खुद को फंसता देखकर सी.सी.टी.वी. फुटेज, आडियो क्लिप आदि पैन ड्राइव में डालकर एस.पी. को सौंपी तथा महिला सब इंस्पैक्टर पर 12 लाख लेने के आरोप जड़ दिए। एस.पी. द्वारा महिला डी.एस.पी. पूजा डाबला के नेतृत्व में एस.आई.टी. का गठन कर जांच सौंपी तो एक के बाद एक खुलासे होते चले गए। 

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vinod kumar