हुडा के खिलाफ ग्रेटर फरीदाबाद के लोगों का हल्ला बोल

7/30/2019 11:00:11 AM

फरीदाबाद(महावीर गोयल): ग्रेटर फरीदाबाद के लोग सुविधाओं के अभाव में आए दिन सड़कों पर उतरने पर विवश हो रहे हैं। इसी कड़ी में प्राणायाम सोसायटी के लोगों ने हुडा प्रशासक के खिलाफ हल्ला बोलते हुए उनके कार्यालय के बाहर धरना दिया। लोगों का आरोप है कि हाईकोर्ट के आदेशों के बावजूद हुडा प्रशासक सड़क का निर्माण नहीं करवा रही हैं। जिसके कारण 800 परिवार व 5 हजार लोगों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। इस मौके पर तनाव की स्थिति देख स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को समझाने का प्रयास किया। इस मामले में सोनल गोयल द्वारा एक हफ्ते का आश्वासन दिए जाने पर ही लोग शांत हुए और उन्होंने कहा कि अगले सोमवार को वे पुन: हुडा प्रशासक से मिलेंगे। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि यदि उन्हें सुविधाएं नहीं मुहैया कराई जा रहीं तो उनके करोड़ों रुपए वापिस किए जाएं।

उन्होंने इस मामले में राजनीतिक संरक्षण के चलते सड़क निर्माण न होने की बात कही। इस मौके पर आरडब्ल्यूए प्रधान शोभना, दीपक चावला, वीपी कौशिक सहित काफी संख्या में लोग मौजूद रहे। ग्रेेटर फरीदाबाद के लोगों का मूलभूत सुविधाओं के अभाव में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अधिकारियों, नेताओं व मंत्रियों के चक्कर काटने के बावजूद उनकी समस्याओं का समाधान नहीं निकल रहा है। सोमवार को परेशान होकर प्राणायाम सोसायटी के लोग सैक्टर-12 स्थित हुडा प्रशासक सोनल गोयल से मिलने पहुंचे परंतु सोनल गोयल द्वारा कोई संतुष्टि जनक आश्वासन न दिए जाने पर वे आक्रोषित हो गए और लिखित आश्वासन मिलने की मांग को लेकर सोनल गोयल के ऑफिस के बाहर धरने पर बैठ गए और अधिकारियों व सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

सोसायटी के लोगों ने बताया कि नहरपार सैक्टर-82 से 85 तक की सड़क न बनने के कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि रोजाना हजारों वाहन इस मार्ग से गुजरते हैं तथा जो रास्ता है, वह मात्र 10 फुट का है जिसके कारण आए दिन हादसे होते हैं। उन्होंने कहा कि स्कूली बच्चे इस रोड से गुजरते हैं और सड़क न होने के कारण हादसों का शिकार हो जाते हैं।  इस मामले में हाईकोर्ट ने भी सड़क निर्माण के आदेश जारी कर दिए हैं परंतु हुडा प्रशासक इस मामले में हाईकोर्ट के आदेशों की भी अवेहलना कर रही हैं। 

कानून व्यवस्था को लेकर रोष
लोगों ने नहरपार कानून व्यवस्था को लेकर भी रोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि ग्रेफा में कानून नाम की कोई चीज नहीं है। यदि उनका बच्चा 10 मिनट लेट हो जाता है तो वे उसकी सुरक्षा को लेकर चिंतित हो जाते हैं। दिन के वक्त भी घर से बाहर निकलने से लोगों को डर लगता है। यहां अपराधी दिन-दिहाड़े हत्या को अंजाम देकर फरार हो जाते हैं और पुलिस मूकदर्शक बनी रहती है। उन्होंने कहा कि फरीदाबाद स्मार्ट सिटी की बजाय क्राइम सिटी बन गया है। 

Isha