दलित सम्मेलन को लेकर गुटवाजी, तंवर बोले- हुड्डा ने ना न्यौता दिया ना सलाह मांगी

11/30/2017 10:30:25 AM

सिरसा(अरोड़ा):पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष डा. अशोक तंवर के बीच आज भी ‘स्थिति’ जस की तस है। इसी माह 26 नवम्बर को जहां हुड्डा ने फतेहाबाद में दलित सम्मेलन किया तो अब इसके जवाब में तंवर भी सिरसा में दलित सम्मेलन करने जा रहे हैं। तंवर का कहना है कि फतेहाबाद के सम्मेलन में केवल 5 फीसदी दलित समाज के लोग ही पहुंचे, जबकि अगले वर्ष जनवरी में सिरसा में किए जाने वाले दलित सम्मेलन में हाजिरी एक रिकार्ड कायम करेगी। उन्होंने कहा कि फतेहाबाद सम्मेलन के लिए हुड्डा ने न तो उनसे सलाह ली और न ही उन्हें न्यौता दिया। साथ ही कहा कि यदि सम्मेलन एकजुट होकर किया जाता तो यह ऐतिहासिक होता। अपने निवास पर पत्रकारों से बातचीत में तंवर ने कहा कि हरियाणा में कांग्रेस लगातार मजबूत हो रही है और अगले चुनाव में हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बननी निश्चित है।

पूर्व सांसद रणजीत सिंह के साथ फिर से बने मधुर संबंधों पर उन्होंने कहा कि हरियाणा में चौ. रणजीत सिंह का बड़ा कद है और वे आने वाले समय में उनके राजनीतिक अनुभव का लाभ पूरी कांग्रेस को दिलवाएंगे। तंवर ने कहा कि कांग्रेस मीडिया मैनेजमैंट और सोशल मीडिया में कमजोर रही है जिसे सुधारने की दिशा में काम किया जा रहा है। तंवर ने कहा कि भाजपा का हरियाणा में गुजरात मॉडल पूरी तरह से वैंटीलेटर पर है और भाजपा आई.सी.यू. में है। ऐसी अवस्था में बच पाना नामुमकिन है। उन्होंने कहा कि भाजपा की नीतियों से भ्रष्टाचार में बढ़ौतरी हुई है। गीता जयंती एवं स्वर्ण जयंती समारोह के माध्यम से करोड़ों रुपए फूंके जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य के दृष्टि से भी हालात ठीक नहीं हैं और अनेक जिले डेंगू की चपेट में आए हुए हैं। इस अवसर पर ओमप्रकाश केहरवाला, लादूराम पूनिया, नवीन केडिया सहित अनेक पार्टी पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद थे।