हुड्डा को जनक्रांति यात्रा से बदलाव की उम्मीद

2/20/2018 10:08:27 AM

अम्बाला(ब्यूरो): पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा की जनक्रान्ति यात्रा से जनता से जिन 3 मुद्दों पर आह्वान किया जाना है उनमें मुख्यत: भाईचारा बनाओ, बदलाव व खुशहाली तो हैं ही, इसके अलावा प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था, बेरोजगारी व भाजपा के कथित संकल्प पत्र की वायदाखिलाफी को भी उठाया जाएगा। वहीं, कांग्रेस नेताओं की मानें तो आज प्रदेश में जातिवाद के नाम पर व सत्ता के लालच ने समाज के भाईचारे को बिगाड़ दिया है। किसान की हालत खराब है।जो दाम पापुलर, सफेदा के हुड्डा के नेतृत्व वाली सरकार में मिलते थे, आज नहीं मिल रहे। युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा। इन मुद्दों पर कांग्रेस जनता के बीच जाकर सरकार की पोल खोलेगी और फिर से प्रदेश को नं.-1 बना खुशहाली के रास्ते पर लाया जाएगा।

भाजपा के निशाने पर रहे प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह का हौसला लाख कोशिशों के बावजूद भी डगमगाया नहीं है। पहले किसान, दलित पंचायतों व जी.एस.टी के विरोध में व्यापारी सम्मेलनों के जरिए जनता में अलख जगा चुके हुड्डा एक बार फिर से एक यात्रा पर निकल रहे है। जिसे जनक्रान्ति यात्रा का नाम दिया गया है। ब्रज भूमि से सटे होडल से 25 फरवरी को शुरू हो रही इस यात्रा का चॢर्चित होने का बड़ा कारण यह भी है कि पूर्व सीएम चोटिल होने के बावजूद इसे करने पर अडिग है।

दूसरी तरफ कांग्रेस में वर्चस्व की लड़ाई भी जारी है, ऐसे में क्या यह यात्रा अपने नाम के अनुरूप प्रदेश की राजनीति में क्रान्तिकारी परिवर्तन ला पाएगी। वैसे अतीत पर नजर डालें तो हुड्डा को प्रदेश के मुखिया के पद तक पहुंचाने में इन यात्राओं ने अहम रोल अदा किया है। पूर्व सीएम की यह प्रस्तावित जनक्रान्ति यात्रा क्या वाकई प्रदेश में क्रान्तिकारी बदलाव ला पाएगी। इससे कांग्रेस के कदम सत्ता की दहलीज की ओर बढ़ेंगे। यह तो आने वाला समय ही बता पाएगा।