डेंगू के इलाज में सामने आई नामी अस्पताल की लूट, 21 दिन में 16 लाख का बिल

12/23/2017 9:51:40 PM

चंडीगढ़/गुडग़ांव(धरणी/सतीश): गुरुग्राम में फोर्टिस अस्पताल की तरह मेदांता दा मेडिसिटी अस्पताल में डेंगू के इलाज के नाम पर लूट का मामला सामने आया है। इस बार भी एक मासूम बच्चा डेंगू पीड़ित था, जिसके ईलाज के लिए अस्पताल ने 21 दिनों का बिल करीब 16 लाख रुपए बनाया है। उसके बाद दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल लिए रेफर भी कर दिया, लेकिन बच्चे की की जान नहीं बचाई जा सकी।

मृतक बच्चे का नाम शौर्य था जिसकी उम्र लगभग आठ वर्ष रही होगी। शौर्य की मां राधा ने अस्पताल पर आरोप लगाया कि, डॉक्टर को बस पैसा ही पैसा नजर आ रहा था और इस लालच की चादर में अस्पताल प्रबंधन और डॉक्टर इतने लिपट चुके थे कि मासूम की जिंदगी ही भूल गए।

दरअसल राजस्थान के धौलपुर के रहने वाले शौर्य को बुखार हुआ था। शौर्य के परिजन धौलपुर में किसी निजी अस्पताल में ले गए तो वहां पता चला कि, उनके बेटे को डेंगू है। जिसके इलाज के लिए दिल्ली के सरकारी अस्पताल की ओर रूख किया। बीच रास्ते में एंम्बूलेंस ड्राइवर ने कहा कि दिल्ली सरकारी अस्पताल ले जाओगे तो वहां डॉक्टर नहीं मिलेंगे। और ड्राईवर के सुझाव पर परिजनों ने शौर्य को मेदांता अस्पताल गुरुग्राम भर्ती करवा दिया। यहां अस्पताल से उम्मीद थी कि उसके बेटे को वहां अच्छा इलाज मिलेगा। लेकिन अस्पताल प्रशासन ने उनके सभी उम्मीदों पर पानी फेर दिया।

पीड़ित परिवार के वकील सोमेश तिवारी ने बताया कि, अस्पताल प्रबंधन ने दवाइयों के चार्ज के नाम पर जमकर लूट मचाई और दवाइयों के कई गुना दाम वसूल किए हैं।जबकि उन दवाओं की वास्तविक कीमत कम थी।  फिलहाल इस मामले की शिकायत गुरुग्राम के सदर पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई गई ह व शिकायत की प्रतियांहरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल , स्वास्थ्यमंत्री अनिल विज आदि को भी भेजी गई है जिनसे न्याय की उम्मीद है।

इस मामले में गुरुग्राम पुलिस के अनुसार, पीड़ित परिवार की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है और इस मामले की जांच भी शुरू कर दी है।