वैक्टर जनित रोगों के नियंत्रण के लिए अस्पताल तैयार

8/25/2018 4:22:16 PM

चंडीगढ़(पांडेय): अब वैक्टर जनित रोगों के नियंत्रण के लिए राज्य में 25 सेंटिनल सर्विलांस अस्पतालों को सजग किया गया है। इन अस्पतालों में डेंगू और चिकनगुनिया की नि:शुल्क जांच की सुविधा उपलब्ध करवाई गई है। हरियाणा स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रदेश के ऐसे कई सरकारी अस्पतालों में सभी सुविधाएं मुहैया करवाई गई है। इसके अलावा ग्रामीण स्तर तक भी मरीजों की नि:शुल्क जांच की व्यवस्था की जा रही है। 

स्वास्थ्य विभाग की ओर से यह सुविधा प्रत्येक जिले के न्यूनतम एक अस्पताल में दी जा रही है। राज्य के अम्बाला, कुरुक्षेत्र, करनाल तथा कैथल जिलों में जापानी बुखार की जांच भी की जा रही है। इसके अलावा, मलेरिया की नि:शुल्क जांच एवं चिकित्सा की सुविधा राज्य के गांव स्तर पर उपलब्ध करवाई जा रही है तथा डेंगू के मरीजों के लिए अस्पतालों में अलग से वार्ड बनाने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं।

मरीजों को दी जा रही है फ्री जांच की सुविधा : विज
हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में मरीजों को फ्री जांच एवं चिकित्सा उपलब्ध करवाई जाती है परंतु यह भी ध्यान रखा गया है कि लैब एवं निजी अस्पताल मरीजों की जेब न काट सके। इसके लिए निजी अस्पतालों एवं लैब के लिए डेंगू एवं चिकनगुनिया प्रत्येक की जांच के लिए किए जाने वाले टैस्ट एलिसा की फीस 600 रुपए निर्धारित की है। 

यदि कोई भी अस्पताल इससे अधिक फीस लेता पाया जाता है तो उनके खिलाफ कार्रवाई करने की हिदायत दी गई है। विज ने बताया कि सरकार के प्रयासों के फलस्वरूप इस वर्ष हरियाणा में अभी तक जापानी बुखार एवं चिकनगुनिया का कोई मामला सामने नहीं आया है।

डेंगू के अब तक 35 मामले आए सामने
हरियाणा स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार अब तक डेंगू के मात्र 35 मामले सामने आए हैं, जो कि गत वर्ष 4550 थे। इसी प्रकार अभी तक मलेरिया के 1677 मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि वर्ष 2017 में इनकी संख्या 5696 तथा वर्ष 2016 में 7866 थी परंतु हमारे पड़ोसी राज्य पंजाब में अभी तक डेंगू के 148 तथा दिल्ली में 69 मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियों की मानें तो अक्तूबर महीने में डेंगू का कहर ज्यादा बढ़ता है, जिसके लिए अस्पतालों में जांच और उपचार की व्यवस्था की जा रही है।
 

Rakhi Yadav