महिलाएं बस में कैसे करें सफर, जब आरक्षित सीटों पर बैठ जाते हैं पुलिस कर्मी

1/29/2020 4:05:00 PM

पलवल(गुरुदत्त गर्ग): हरियाणा रोडवेज की बसों में महिलाओं का सफर करना बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है। पुरुष महिलाओं को बस में चढऩे के लिए जगह नहीं देते हैं, वहीं अगर महिलाएं जैसे-तैसे बस में चढ़ जाएं तो उन्हें उन्हीं के लिए रिजर्व सीटों पर भी बैठने नहीं दिया जाता है। पुरुष सवारी महिलाओं के लिए रिजर्व सीटों पर कब्जा किए बैठे रहते हैं। ऐसा ही मामला पलवल में सामने आया हैं, जहां पलवल से गुरुग्राम जाने वाली छात्राओं को बस मेंं चढऩे नहीं दिया गया। 



छात्राओं को जब बस में चढऩे नहीं दिया गया तो उन्होंने आगे खड़े होकर बस को करीब आधे घंटे तक चलने नहीं दिया। गुरुग्राम जाकर पढ़ाई करने वाली छात्रा लक्ष्मी, मनीषा, रेनू, साक्षी, कामकाजी महिला मधु अग्रवाल और सुधा रानी ने बताया की उन्हें पहले तो बस में चढऩे में ही काफी दिक्कतें होती हैं। उसके बाद बस में महिलाओं के लिए सुरक्षित सीटें खाली नहीं मिलती हैं। इन सीटों पर बैठे हुए युवाओं या पुरुषों से जब सीट खाली करने के लिए कहा जाता है तो उन्हें अक्सर भद्दे कमेंट सुनने को मिलते हैं। वहीं अगर सीट खाली करने के लिए दूसरी बार कह दिया जाता है तो लोग झगड़े पर उतारू हो जाते हैं। 

शिकायत करने के बाद भी समस्या नहीं हुई हल
गुरुग्राम स्थित एक कॉलेज में नौकरी करने वाली मधु अग्रवाल ने बताया की उन्होंने बसों में होने वाली दिक्कतों को लेकर बहुत बार शिकायतें की है, सीएम विंडो पर भी शिकायत दर्ज कराई है, लेकिन छ माह बीतने के बाद भी शिकायत पर कोई संज्ञान अथवा कार्रवाई नहीं हुई है। वहीं एक लड़की के अभिभावक भीम सिंह ने बताया कि उनके बेटी पिछले तीन वर्षों से गुरुग्राम के एक कॉलेज में पढऩे जाती है, उसे बस में होने वाली परेशानियों को लेकर पिछले तीन वर्षों से लगातार शिकायतें करते आ रहे हैं, लेकिन उनकी शिकायतों पर जरा भी असर दिखाई नहीं देता है। 



महिलाओं के लिए आरक्षित की गई सीटों पर अधिकांश पुलिस कर्मी कब्जा करके बैठ जाते हैं। डिपो महाप्रबंधक (जीएम) को शिकायत देने पर पुलिस सहायता के लिए लिखकर दिया गया था, लेकिन पुलिस भी अपने साथियों पर कोई कार्रवाई करने में असमर्थ रहती है। समस्या जस की तस है, ऐसे में कैसे बेटियां पढ़ पाएंगी। 

बस अड्डे के अंदर नहीं जाती एक बस
लोगों ने बताया कि पलवल से गुरुग्राम के लिए सुबह सात बजे से लेकर साढ़े सात बजे तक तीन बसें चलाई जाती है, लेकिन एक बस जो आगरा से गुरुग्राम के लिए जाती है। वह बस तो पलवल बस अड्डे पर कभी आती ही नहीं है। वह सीधे गुरुग्राम के लिए चली जाती है। उन्होंने कहा कि अगर यह बस भी यदि बस अड्डे के अंदर आकर सवारी लेने के का काम करे तो बसों पर सवारियों का दबाव कम हो सकता है। इसके अलावा सात और आठ बजे के बीच इस रूट पर एक बस और बढ़ा दी जाए तो भी महिलाएं आसानी से बस के अंदर चढ़कर जा सकती है। वहीं रही बात सीटों की तो भीड़ कम होने पर सीट छोड़ी भी जा सकती है, लेकिन भीड़ ज्यादा होने के कारण सीट पर बैठने वाला कोई भी शख्श आसानी से सीट छोड़कर खड़ा होने के लिए तैयार नहीं होता है, उस पर सीट छोडऩे में बहुत जोर पड़ता है।

 

महिलाओं की सीटों पर अधिकांश पुलिस कर्मी बैठकर जाते हैं गुरुग्राम
वहीं पलवल डिपो के सहायक ड्यूटी इंचार्ज जिले सिंह ने भी कहा की महिलाओं की सीटों पर अधिकांश पुलिस कर्मी बैठकर गुरुग्राम तक जाते हैं। उधर, जब पलवल महाप्रबंधक एनके गर्ग से बात की गई तो उन्होंने कहा महिलाओं की बस को लेकर जो भी दिक्कत हैं उनका समाधान निकला जाएगा। 

बस में एक तिहाई सीटें महिलाओं के लिए होती हैं आरक्षित 
गौरतलब है की हरियाणा रोडवेज बस में कुल 54 सीटें होती है, जिनमें एक तिहाई सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित की गई है। इसमें सीट नंबर सात से लेकर 26 तक बीस सीटों में से दो सीटों को छोड़कर सभी सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित होती है। बीच में दो सीटें दस और ग्यारह विधायक और संसद सदस्यों के लिए आरक्षित होती है। हरियाणा रोडवेज के नियमों के अनुसार आरक्षित सीटों की और विस्तार की बात करें तो तीन सीटें चार, पांच और छ वरिष्ठ नागरिक और कैंसर पीड़ित के लिए आरक्षित की गई हैं। 

Edited By

vinod kumar