प्रियंका तनेजा कैसे बनी गुरमीत की हनीप्रीत

10/4/2017 12:16:24 AM

सिरसा: हनीप्रीत का जन्म 21 जुलाई 1980 में हरियाणा के फतेहाबाद में हुआ था। हनीप्रीत का नाम असल में प्रियंका तनेजा था। हनीप्रीत ने डी.ए.वी. स्कूल फतेहाबाद से दसवीं की परीक्षा पास की थी। हनीप्रीत पढऩे में तेज नहीं थी, मगर उसे नाचने, गाने और अभिनय का बहुत शौक था। हनीप्रीत का परिवार पहले फतेहाबाद के जगजीवनपुरा में रहता था। उसके दादा लंबे समय से डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी थे। पिता का नाम रामानंद तनेजा व मां का नामआशा तनेजा है। रामानंद तनेजा डेरे के कट्टर भक्त हैं। 

रामानंद का नैशनल हाईवे पर किसान टायर्स नाम से शोरूम था, लेकिन वे अपनी सारी प्रॉपर्टी बेचने के बाद अब डेरा सच्चा सौदा में सीड्स प्लांट चला रहे हैं। हनीप्रीत की छोटी बहन निशा की शादी फतेहाबाद निवासी संजू बजाज से हुई है। संजू गुरुग्राम में बिजनैस करते हैं। हनीप्रीत का भाई साहिल पिता के साथ कामकाज में हाथ बंटाता है। हनीप्रीत उर्फ प्रियंका तनेजा के बारे में कहा जाता है कि बहुत ही शर्मीली और घरेलू लड़की थी और 16 बरस की उम्र में राम रहीम की शरण में आ गई थी। प्रियंका ने 1996 में डेरे के स्कूल में 11वीं क्लास में दाखिला लिया था। डेरे में राम रहीम की नजर उस पर पड़ी। फिर 2009 में राम रहीम ने डेरे में ही हनीप्रीत की शादी विश्वास गुप्ता के साथ कराई। साथ ही प्रियंका तनेजा को हनीप्रीत बना दिया, लेकिन उसकी शादी ज्यादा समय तक नहीं चली। अब तलाक हो चुका है और विश्वास ने उस पर कई आरोप लगाए हैं। 

फेसबुक पर 5 लाख से ज्यादा लोग जुड़े हैं हनी से
हनी सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव हैं। उनके अकेले फेसबुक पर 5 लाख से ज्यादा फॉलोवर हैं। इसके अलावा वह ट्विटर पर भी एक्टिव हैं।

पूर्व पति ने किया था दावा, राम रहीम की गुफा में हनीप्रीत गुजारती थी रातें
डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम इंसां की कथित गोद ली गई बेटी हनीप्रीत को लेकर उसके पूर्व पति विश्वास गुप्ता ने बड़ा खुलासा किया था। हनीप्रीत के पूर्व पति विश्वास गुप्ता ने कहा था कि राम रहीम और हनीप्रीत में बाप-बेटी का रिश्ता सिर्फ एक छलावा था। दोनों पति और पत्नी की तरह रहते थे। कहने के लिए राम रहीम मुझे अपना दामाद माना करता था, लेकिन हकीकत में उसने मुझे सिर्फ एक मोहरा बनाया। विश्वास गुप्ता ने कहा कि अक्सर हनीप्रीत राम रहीम के कमरे में रात बिताया करती थी। 

विश्वास गुप्ता ने कहा कि राम रहीम ने गुफा में बिग बॉस का सैटअप लगा रखा था, जिसमें 28 दिन का खेल खेला जाता था। यहां 6 परिवारों के साथ बिग बॉस की तर्ज पर खेल खेला जाता था, इस खेल के दौरान जो भी गलती करता उसे एक विशेष कमरे में रातभर रुकना पड़ता था। इस कमरे का दरवाजा सीधे राम रहीम की गुफा में जाता था। इस खेल में अक्सर हनीप्रीत गलती करती और कमरे में जाती थी। विश्वास गुप्ता ने बताया जब यह खेल शुरू होता तो उन्हें बाहर रुकने को कहा जाता था। जब मैंने विरोध किया तो जान से मारने की धमकियां मिलने लगीं और मेरी प्रॉपर्टी पर कब्जा जमा लिया गया। उन्होंने कहा कि राम रहीम ने हनीप्रीत को आधिकारिक तौर पर गोद नहीं लिया है। 

हनीप्रीत से मिलना चाहता था गुरमीत
डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह ने जेल में हनीप्रीत इंसां से बातचीत करने की इच्छा जताई थी। गुरमीत हनीप्रीत से मिलने के लिए काफी उत्सुक था। सुनारिया जेल के अधिकारियों के मुताबिक गुरमीत ने हनीप्रीत से बातचीत करने के लिए 2 नंबर कर्मचारियों को दिए। साथ ही उसके द्वारा अन्य नंबर भी दिया गया, जिसका इस्तेमाल वह डेरा परिसर छोडऩे से पहले कर रहा था।