जानिए बाबा की चहेती प्रियंका कैसे बनी हनीप्रीत

9/3/2017 12:38:28 PM

चंडीगढ़/टोहाना (सुशील सिंगला):डेरा सच्चा सौदा में रहे पूर्व सेवादार साधु हंसराज चौहान ने बताया कि हनीप्रीत का पहला नाम प्रियंका था। बाबा ने उसका नाम इसलिए बदला क्योंकि पंजाबी फिल्म 'यार अनमूले में जट टिंका ओय होय नी प्रिंयका' गीत को साधु कई बार गा देते थे। इससे राम रहीम नाराज हो गए और उन्होंने प्रियंका तनेजा का नाम हनीप्रीत रख दिया। 

उन्होंने बताया कि जब भी बाबा का काफिला अलग-अलग राज्यों (दिल्ली, राजस्थान, हिमाचल, महाराष्ट्र) में सत्संग के लिए जाता था तो वहां रहने के लिए होटल वगैरह न ही थे। फिर क्या गुरमीत वहां तंबू लगवा देता था। इस दौरान राम रहीम हनीप्रीत का तंबू अपने तंबू के पास लगवाता था और उसके पति और परिवार का तंबू दूर लगाता था। उसने बताया कि राम रहीम के तंबू और हनीप्रीत के तंबू के बीच आने-जाने का रास्ता भी होता था, जिसकी किसी को कानो-कान खबर नहीं होती थी। इन दोनों ने कब एक दूसरे से सबंध बना लिए इसकी भी किसी को भनक तक नहीं लगी। 

हैवी खाना खाने का शौकिन था राम रहीम
उन्होंने कहा कि राम रहीम ऐसी चीजे खाता था जो काफी हैवी थी। उन्होंने बताया कि राम रहीम विदेशों से दवाई मंगवाता था। उसके 3 वैद्य पूरा काम देखते थे कि गुरमीत को क्या और कैसे खिलाना है। उन्होंने बताया कि इतना सारा खाना राम रहीम कैसे पचाता था ये सब देख सभी इतना हैरान रह जाते थे।