HCS की परीक्षा के प्रश्नों पर सुरजेवाला ने उठाए सवाल, कहा- HPSC ने पेपर लीक की नई तकनीक ईजाद की

5/24/2023 7:40:59 PM

चंडीगढ़ (चंद्रशेखर धरणी) : दो दिन पहले 21 मई को आयोजित एचसीएस की आरंभिक परीक्षा के दूसरे पेपर में 32 प्रश्न पिछले वर्ष के प्रश्नपत्र से निकले के कारण बवाल मच गया है। कांग्रेस महासचिव और राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला ने खट्टर सरकार व राज्य लोकसेवा आयोग पर तीखा हमला बोला है। सुरजेवाला ने कहा कि अपने ‘‘घपले-घोटालों’’ के कारण अपनी विश्वसनीयता खो चुके आयोग ने पिछले साल के सवाल दोहराकर न केवल अपनी अयोग्यता साबित की है बल्कि खुद अपना ही पेपर लीक करने का घृणित कार्य भी किया है। 

HPSC ने पर्चा लीक की नई तकनीक इजाद की

सुरजेवाला ने कहा कि नौकरियों में भर्ती घोटालों के चलते HSSC के ‘अटैची कांड’ का भंडाफोड़ हो जाने के बाद HPSC ने पर्चा लीक करने की यह नई तकनीक ईजाद की है। यदि खट्टर सरकार में जरा भी शर्म बची है तो खट्टर साहब उन 93,000 युवाओं से तुरन्त माफी मांगें, जिन्होंने उनके पारदर्शिता के झूठे नारों पर विश्वास करके परीक्षा का फॉर्म भरा था। इस परीक्षा को तुरन्त रद्द करके दोबारा पेपर करवाया जाए। इसके साथ ही कांग्रेस नेता ने  HPSC जैसे नाकारा तथा भ्रष्ट आयोग को बर्खास्त करके माननीय उच्च न्यायालय के सिटिंग जज से साढ़े आठ साल में इनके घोटालों की जांच करवाई जाए।

सीसेट में 33 प्रतिशत अंक अनिवार्य

सांसद सुरजेवाला ने बयान जारी कर कहा कि एचसीएस की आरंभिक परीक्षा में दो पेपर होते हैं। इनमें से एक पेपर सामान्य ज्ञान और दूसरा पेपर सिविल सर्विस एप्टिट्यूड टेस्ट होता है। जिसे ‘सीसेट’ कहा जाता है। इस ‘सीसेट’ की परीक्षा में पास होने के लिए हर अभ्यर्थी को 33 प्रतिशत अंक प्राप्त करना अनिवार्य होता है। तभी उसका सामान्य ज्ञान का पेपर चेक होता है, जिसके आधार पर मेरिट बनती है। यदि इस ‘सीसेट’ के पेपर में अभ्यर्थी 33 प्रतिशत अंक नही ले पाता तो वह मेरिट से स्वतः बाहर हो जाता है।

100 में से 32 प्रश्न पिछले वर्ष के आए थे

रणदीप ने कहा कि पिछली बार HSSC का डिप्टी सेक्रेटरी अनिल नागर रुपयों की भरी अटैची और अभ्यर्थियों की ओएमआर शीट के साथ पकड़ा गया था। उस समय तो खट्टर साहब की विजिलेंस ने अकेले अनिल नागर को बलि का बकरा बनाकर सरकार की बाकी सभी बड़ी मछलियों को बचा लिया था। इस बार खट्टर सरकार के HPSC ने नई षडयंत्रकारी नीति के तहत भाजपा-जजपा सरकार के चहेतों को सेट करने के मकसद से ‘सीसेट’ का पर्चा लीक करने का बड़ा ही बेशर्मीपूर्ण तरीका निकाला है। इन्होंने ‘सीसेट’ के पेपर में 100 में से 32 प्रश्न पिछली बार की परीक्षा के पेपर से कॉमा-फुलस्टॉप तक बदले बिना ज्यों के त्यों नकल करके दे दिए। कैंडिडेट्स को इस पेपर को क्वालीफाई करने के लिए केवल 33 प्रतिशत अंक ही लेने होते हैं और इनमें 32 प्रश्न व उनकी कुंजी पिछले साल से ही सार्वजनिक पटल पर होने के चलते आउट कर रखे हैं। यह सीधे-सीधे पर्चा लीक करने का षडयंत्र है। ये लोग हर परीक्षा में नकल करके प्रश्न देते हैं जो कि पर्चा लीक करने का बड़ा व सुरक्षित तरीका है।

सुरजेवाला ने कहा कि खट्टर साहब जवाब दें कि जिस पेपर को क्वालीफाई करने के लिए 33 प्रतिशत अंक चाहिए और उसके 32 प्रश्न पहले ही आंसर की के साथ पब्लिक डोमेन में हों उस परीक्षा की क्या विश्वसनियता बचती है?

सिटिंग जज से जांच की मांग

इन परिस्थितियों में हरियाणा के युवाओं की ओर से हम मांग करते हैं कि खट्टर साहब धृतराष्ट्र की भूमिका से बाहर निकलकर राजधर्म का पालन करें अन्यथा 2024 में हरियाणा की जनता भी भाजपा के साथ वही करने जा रही है जो कर्नाटक की जनता ने उनका सफाया कर किया है। सुरजेवाला ने मांग करते हुए कहा कि पहले ही चरण में कलंकित हो चुकी इस परीक्षा को तुरन्त रद्द करके एचसीएस (प्री) परीक्षा दुबारा करवाई जाए तथा हरियाणा पोस्ट सेल काउंटर में तब्दील हो चुके इस आयोग को तुरन्त बर्खास्त करके इस पूरे घोटाले की उच्च न्यायालय के किसी सिटिंग जज से न्यायिक जांच करवाई जाए।

(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।)

Content Writer

Saurabh Pal