मोदी के डिजीटल अभियान का नाम लेकर हुई ऑनलाइन ठगी

12/15/2016 12:24:29 PM

यमुनानगर (तरुण): जिले में एक बार फिर साइबर ठगी का मामला सामने आया है। इस दौरान जिले के युवकों से 40 दिन में पैसे बढ़ाने की बात कहकर लाखों रुपए हड़पने का आरोप है। आरोप है कि जब पुलिस के पास मामला गया तो पुलिस ने कार्रवाई करने की बजाय पीड़ितों को ही कसूरवार ठहराने का काम किया। बुधवार को ठगी का शिकार हुए कुछ युवक सी.एम. विंडो पर पहुंचे और मामले में निष्पक्ष जांच करने की गुहार लगाई।

 

क्या है मामला
पीड़ितों में मेजर सिंह ने बताया कि जून महीने में एक मित्र के साथ वह जगाधरी के 1 निजी रैस्टोरैंट में एक बैठक में गया। जिसमें स्थानीय लोगों के साथ-साथ सूटबूट में कुछ लोग बाहर से आए हुए थे। उन्होंने खुद को एक ऑनलाइन कंपनी के संचालक के रूप में परिचय दिया। इन तथाकथित संचालकों में से 4 अपने जिले के ही हैं जबकि बाकी अन्य 2 महिलाओं ने खुद को चंडीगढ़ से आए कम्पनी के प्रतिनिधि बताया। बैठक में सभी संचालकों ने कहा कि उन्होंने एक नया बिजनैस प्लान शुरू किया है। उनकी वैबसाइट में एक नि:शुल्क खाता बनाकर लोग निवेश करके मात्र 40 दिनों में अपनी आय बढ़ा सकते हैं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि यह वैबसाइट पी.एम. मोदी के डिजीटल इंडिया के अभियान के अंतर्गत पंजीकृत है। पीड़ित यशपाल सिंह, चंद्रशेखर ऐसे में जब संचालकों ने पी.एम. मोदी का नाम लिया तो उस जैसे अनेक लोगों ने वैबसाइट पर पैसे निवेश कर दिए। इस दौरान उनके पास लेन-देन को लेकर मोबाइल पर मैसेज भी आने लगा लेकिन कोई भी पैसा न तो बैंक खाते में आया और न ही कोई पैसा नकदी में मिला।
 

पीड़ित जस्सी, श्यामलाल ने बताया कि भरोसा दिलाने के नाम पर हर बार केवल मोबाइल पर संदेश ही भेजा जाता रहा। कुछ ही दिनों बाद ही मोबाइल पर संदेश आने बंद हो गए तो उन्होंने आरोपियों से फोन पर बात की तो कोई जवाब नहीं दिया गया। जब अपने अन्य साथियों के साथ वह आरोपियों से मिलने गया तो उन्होंने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। मामले की सूचना पुलिस को भी दी गई लेकिन पुलिस अधिकारियों ने एक न सुनी और कहा कि मामले में कुछ नहीं हो सकता।