HSSC Scam में हरियाणा सचिवालय के लोग शामिल, आरोपियों ने पूछताछ में किए अहम खुलासे

4/8/2018 12:09:36 PM

पंचकूला(ब्यूरो): HSSC में नौकरियों को लेकर हो रहे भ्रष्टाचार के आए दिन नए-नए खुलासे हो रहे हैं। पुलिस द्वारा 4 दिन के रिमांड पर लिए आरोपियों ने पूछताछ में कई अहम खुलासे किए हैं। इसमें कई बड़े लोगों के नाम भी सामने आ सकते हैं। पूछताछ में सामने आया है कि गिरोह में सचिवालय के कुछ लोग शामिल हो सकते हैं, लेकिन आरोपी कर्मचारी उनसे मोबाइल पर बात नहीं करते थे। इनका मिलना-जुलना आवास या ऑफिस में ही होता था। जांच के आधार पर पंचकूला पुलिस की क्राइम ब्रांच की ओर से नोटिस तैयार किए जा रहे हैं, जिसमें अभी 30 से ज्यादा लोगों को राडार पर लिया गया है। इन लोगों को जल्द ही पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा।

सभी आरोपियों ने बांट रखा था काम 
सूत्रों के अनुसार सभी आरोपियों ने काम को बांटा हुआ था, किसी का काम नए लोगों को पकड़ना था, तो कोई पेमेंट लेकर आता था तो वहीं कोई रिकार्ड मेंटेन करता था। इसके अलावा रोल नंबरों को रखने और उसके बाद उन्हीं रोल नंबरों पर काम करवाने के मामले में अलग आरोपी काम करता था। सभी ने माना कि वो ये काम करते थे लेकिन कुछ टेक्निकल सवालों के जवाब नहीं दिए गए हैं, क्योंकि उसके बारे में सिर्फ दो ही लोग जानते हैं। 

बलवान ढूंढ़ता था नए लोग, पुनीत देखता था डाटा
एचएसएससी में असिस्टेंट डीलिंग करता था। इसे युवकों से मिलवाया भी जाता था, ताकि रुपए देने वालों को विश्वास हो जाए। बलवान शर्मा बाहर से आवेदकों के बारे में पता करता था। पुनीत इस केस की सबसे अहम कड़ी है, क्योंकि उसके पास सारा डाटा होता था। वह आईटी विंग में होने के नाते ही सारा डाटा देख लेता था, जब यहां रिकॉर्ड को तैयार किया जाता था, तो उनमें से एक पुनीत भी था। 

रोहतास को होता था सारी आईडी की पता
रोहतास को उस सारे डाटा के बारे में पता होता था, जो लीक ही नहीं हो सकता है, क्योंकि उसे डाटा को सिक्योर करने का काम भी आता था। उसे सारी आईडी के बारे में पता होता था। इसके चलते वो रिकॉर्ड को टेंपर्ड करने के साथ उसे लीक करने की पूरी प्लानिंग में शामिल होता था। उसने इन बातों को कबूला है। 

अभी भी कुछ रोल नंबर है जिनका रिजल्ट आऊट नहीं हुआ
सुरेंद्र ने कबूला कि वो इस पूरी प्लानिंग में शामिल था। इसके पास भी कुछ रुपए पड़े हैं, लेकिन रोल नंबर से लेकर डॉक्यूमेंट्स के बारे में सुखविंदर व सुभाष चंद को ही पता होता था। सुभाष शर्मा जो यहां कॉन्फिडेंशियल विंग में था, उसने बताया कि यहां जो काम होता था, उसमें शामिल था, वहीं उसके पास अभी भी कुछ रोल नंबर हैं। ये वो रोलनंबर है, जिन्हें लेकर अभी रिजल्ट आउट होना है। जिसके बारे में पहले ही बात कैंडीडेट्स की गई है। 

सुखविंदर ने छुपा रखी हैं ऑफिस की गुप्त फाइलें
कॉन्फिडेंशियल विंग से सुखविंदर को रिजल्ट से जुड़ी हर उस फाइल का पता था। किस रिजल्ट को कब, कौन चैक कर सकता है, कब कैसे फाइल को आउट करना है। किस फाइल को लेकर क्या कर सकते हैं। वहीं कौन सा समय है कि जब इसे आउट कर रुपए लिए जा सकते हैं। इसके चलते अभी भी कई रिजल्ट से जुड़ी और पहले की भर्तियों से जुड़ी फाइलें उसके पास मौजूद हैं। इन ऑफिस की कॉन्फिडेंशियल फाइलों को उसने अपने पास छुपाकर रखा है।

Nisha Bhardwaj