HTET परिणाम घोषित न करने पर सुरजेवाला बोले- नौजवानों के भविष्य से खिलवाड़ कर रही सरकार

2/13/2018 10:52:14 AM

चंडीगढ़(ब्यूरो): कांग्रेस के मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने लगभग दो महीने बीत जाने के बावजूद हरियाणा टीचर्स एलिजिबिलिटी टैस्ट (एच.टी.ई.टी.) के परिणाम न घोषित किए जाने पर  आपत्ति जताई। उन्होंने इसे हरियाणा सरकार के निकम्मेपन और निष्क्रियता का एक और उदाहरण बताया है। उन्होंने कहा कि खट्टर सरकार हरियाणा के नौजवानों के भविष्य के साथ षड्यंत्रकारी खिलवाड़ कर रही है। एक तरफ युवा बेरोजगारी की मार से पीड़ित है, तो दूसरी तरफ एच.टी.ई.टी. परीक्षा के परिणाम घोषित नहीं किए गए हैं और पूरी परीक्षा की प्रक्रिया ही विवादों के घेरे में खड़ी है। 

सुरजेवाला ने सरकार से एच.टी.ई.टी. के परिणाम जल्द घोषित किए जाने की मांग की। उन्होंने याद दिलवाया कि कांग्रेस कार्यकाल में 3 दिनों में ही एच.टी.ई.टी. परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया जाता था लेकिन मौजूदा भाजपा सरकार ने जिस प्रकार से परीक्षा परिणाम घोषित नहीं कर रही उससे योग्य परिक्षार्थियों को लगता है कि सरकार अपने प्रभाव का इस्तेमाल करके अयोग्य परीक्षार्थियों को लाभ और योग्य परीक्षार्थियों को नुक्सान पहुंचाने का प्रयास कर सकती है। सुरजेवाला ने कहा कि परीक्षा का आयोजन करवाने वाले कर्मचारियों द्वारा उठाई गई आपत्तियां और घोटाले के आरोप एक बहुत संगीन मामला है और इस पूरे मामले में भ्रष्टाचार की बू आ रही है जिसकी उच्चस्तरीय और निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।

40 हजार से ज्यादा युवाओं की नौकरी छीनी
सुर्जेवाला ने कहा कि इस सरकार के कार्यकाल में भाजपा ने पेपर लीक मामले में रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। पिछले चार में 14 पेपर लीक हो चुके हैं जिनमें पी.एम.टी. से लेकर ज्यूडिशियरी तक के संवेदनशील पदों वाले पेपर भी शामिल हैं। भाजपा सरकार के पूरे कार्यकाल में अब तक 8 हजार से कम युवाओं को नौकरियां दी गई हैं और 40 हजार से ज्यादा युवाओं की नौकरियां छीन ली हैं।

प्रधानाचार्य, हैडमास्टर/ हैडमिस्ट्रैस के बिना चल रहे साढ़े 3 हजार स्कूल
सुरजेवाला ने कहा कि प्रदेश के साढ़े 3 हजार स्कूल बिना प्रधानाचार्य, हैडमास्टर/हैडमिस्ट्रेस के चल रहे हैं और 14,373 स्कूलों में 1,28,791स्वीकृत शैक्षणिक पदों में से लगभग बावन हजार पद खाली हैं। आंकड़ों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश में 14,836 जे.बी.टी., 3360 मुख्य शिक्षक, 8238 मास्टर, 2350 मुख्याध्यापक, 15,333 लैक्चरार, 851 हैडमास्टर, 366 प्रिंसिपल और 7252 सी. एंड वी. के पद खाली हैं।