मां के इंतजार में भूखे-प्यासे बैठे रहे बच्चें, रेलवे चाइल्ड टीम ने किया रैस्क्यू

12/3/2019 10:01:25 AM

अम्बाला छावनी (हरिंद्र) : मां के इंतजार में 4 घंटे तक भूखे-प्यासे बैठे 3 बच्चों को रेलवे चाइल्ड टीम ने रैस्कयू किया। 6 महीने की बच्ची के लिए टीम सदस्य सुशीला ने जहां मां का फर्ज निभाते हुए दूध का प्रबंध किया तो वहीं बच्चों को भी खाना खिलाकर उन्हें संरक्षण प्रदान किया। लगभग 7 घंटे बाद स्टेशन पहुंची मां को तीनों बच्चे सकुशल सौंप दिए गए।

रेलवे चाइल्ड टीम को-ऑर्डिनेटर राकेश चोपड़ा ने बताया कि रविवार शाम लगभग 4 बजे एक रेलवे अधिकारी ने जानकारी दी कि प्लेटफार्म-2 पर 3 लावारिस बच्चे बैठे हैं और उनके पास एक छोटी बच्ची है जो लगातार रोए जा रही है। सूचना के बाद टीम सदस्य अनिल तुरंत मौके पर पहुंचा और तीनों बच्चों को अपने साथ रेलवे चाइल्ड टीम कार्यालय लेकर आया। तीनों बच्चों की उम्र लगभग 11 व 2 साल तथा छोटी बच्ची की उम्र 6 माह थी। तीनों बच्चों की अच्छी तरह देखभाल कर टीम ने तुरंत बच्चों की मां की तलाश शुरू की। 

खाना लेने गई मां
11 वर्षीय बच्चे ने बताया कि वह मूलरूप से गोरखपुर के रहने वाले हैं और मौजूद समय में फतेहगढ़ साहिब में रह रहे हैं। बच्चे ने बताया कि उनकी मां खाना लेने गई थी, लेकिन वह काफी देर तक नहीं आई। टीम ने मां को ढूंढने के लिए सूचना प्रणाली के माध्यम से कई बार अनाऊंसमैंट भी करवाई और प्लेटफार्म भी खंगाले, लेकिन बच्चों की मां नहीं मिली। 

7 घंटे बाद रोते हुए मिली मां
टीम ने लगातार रात 8 से 11 बजे तक लगातार मां बारे खोजबीन जारी रखी क्योंकि बड़े बच्चे ने बताया था कि उनकी मां जरूर वापस आएगी। कुछ ही देर बाद टीम को कामयाबी मिल गई। जब टीम सदस्य सुशीला एक बार फिर यू.टी.एस. काऊंटर के नजदीक गई तो वहां एक महिला रो रही थी। 

जब टीम सदस्य ने महिला को रोने का कारण पूछा तो उसने बताया कि वह बच्चों के लिए खाने का प्रबंध करने गई थी, लेकिन देर होने की वजह से उसके बच्चे कहीं गुम हो गए। इसके बाद टीम सदस्य ने महिला को रेलवे चाइल्ड कार्यालय में मौजूद तीनों बच्चों को दिखाया तो वह जोर-जोर से चीखते हुए उनसे लिपट गई। कागजी कार्रवाई और दस्तावेज चैक करने के बाद तीनों बच्चों को सकुशल मां के हवाले कर दिया। 

Isha