पति बच्चे छोड़ जिससे रचाई दूसरी शादी, उसी ने दगा दे उतारा मौत के घाट

3/18/2018 1:27:03 PM

जुलाना(विजेंद्र बाबा): वह पहले से शादीशुदा थी। उसके 4 बच्चे भी थे। फिर उसे हिसार जिले के उगालन गांव के ईंट भट्ठा पर ट्रैक्टर चलाने वाले नसीब से प्यार हो गया। प्यार भी इतना परवान चढ़ा कि प्यार को पाने के लिए उसने अपने पति, 4 बच्चों, सभी रिश्ते-नातों, समाज को नकारते हुए नसीब के साथ दूसरी शादी कर ली। दूसरी शादी के कुछ समय बाद नसीब ने भी उससे धोखा किया। धोखा देने के बाद उसकी योजनाबद्ध तरीके से हत्या कर दी। शव को ईंटों के साथ बांधकर ढिगाना गांव के तालाब में फैंक दिया। शव के साथ बंधी ईंटों के आधार पर पुलिस आरोपी तक पहुंची और उसे गिरफ्तार कर लिया। 

मामला खरकरामजी गांव के ईंट भट्ठे का है। मामले के अनुसार ईंट भट्ठे पर ट्रैक्टर चलाने वाला उगालन गांव का नसीब लगभग 2 साल पहले मुआना गांव में कृष्णा के पड़ोस में ईंट उतारने के लिए गया था। उसी दौरान उसकी कृष्णा से मुलाकात हुई थी। कृष्णा की शादी राजौंद गांव के बलकार के साथ लगभग 12 साल पहले हुई थी। कृष्णा के 3 लड़की और एक लड़का हैं। जब नसीब मुआना गांव में ईंट उतारने के लिए आया हुआ था तो यहां से दोनों के बीच प्रेम प्रसंग शुरू हो गया था। दोनों का प्यार इतना परवान चढ़ा कि दोनों ने विवाह करने का फैसला लिया। उगालन का नसीब मुआना की कृष्णा को लेकर फरार हो गया। इसकी शिकायत परिजनों ने पुलिस को भी दी। उन दोनों ने मैजिस्ट्रेट के सामने प्रेम विवाह कर लिया।

उसने अपने पति राजौंद निवासी बलकार को तलाक दे दिया और खराकरामजी गांव के ईंट भट्ठे पर नसीब के साथ रहने लगी। कृष्णा को मायका पक्ष तथा रिश्तेदारों ने काफी समझाया, लेकिन कृष्णा ने एक नहीं सुनी। लगभग 2 साल तक उनके बीच सब कुछ ठीक-ठाक चलता रहा। इसके बाद जब उनके प्यार का खुमार उतारा तो दोनों एक-दूसरे पर संदेह करने लगे। इसको लेकर दोनों के बीच अक्सर झगड़ा होने लगा। 15 मार्च की रात को नसीब ने योजनाबद्ध तरीके से कृष्णा की हत्या कर दी और शव को ढिगाना गांव के तालाब में फैंक दिया। 

शव के साथ बांधी गई ईंटों ने सुलझाई गुत्थी 
ढिगाना गांव के तालाब में मिले कृष्णा के शव की गुत्थी को उसके साथ बांधी गई ईंटों के द्वारा सुलझाया गया। सिर में लगी चोटों तथा शरीर के साथ बांधी गई ईंटों से यह तो साफ हो गया था कि महिला की हत्या कर शव को खुर्द बुर्द करने की नीयत से तालाब में डाला गया है।

महिला की शिनाख्त नहीं हुई तो पुलिस ने शव के साथ बंधी ईंटों को देखा। वह ईंटें नई थीं। इस पर भट्ठा कम्पनी का नाम लिखा हुआ था। पुलिस ने ईंटों के आधार पर ईंट भट्ठे पर जाकर जांच की। यहां पर काम करने वाले मजदूरों ने जब शव को देखा तो खुलासा हुआ कि मृतका नसीब की पत्नी कृष्णा है।

कृष्णा 15 मार्च की रात को नसीब के साथ ईंट लेकर ट्रैक्टर में सवार होकर निकली थी। इसके बाद कृष्णा वापस नहीं लौटी और नसीब का भी पता नहीं था कि वह कहां गया है। पुलिस ने कृष्णा के मायका तथा पहले वाली ससुराल से सम्पर्क साधा। इस पर मामला सुलझता चला गया। कृष्णा ने पहले पति के 4 बच्चों को अपने मायके में छोड़ा हुआ था। नसीब के साथ जाने के बाद मायका पक्ष से भी वह कोई सम्पर्क नहीं रख रही थी। 

परिजनों के समझाने से भी नहीं मानी थी कृष्णा
मृतका कृष्णा के भाई मुआना गांव के भीम ने बताया कि नसीब से दूसरी शादी करने से पहले उन्होंने कृष्णा को बहुत समझाया था लेकिन कृष्णा ने उनकी एक नहीं सुनी। कृष्णा के चारों बच्चों को ससुराल के लोगों ने अपनाने से मना कर दिया तो वह इन बच्चों को अपने यहां ले आए। अब यह बच्चे उनके पास ही रह रहे हैं। उन्होंने कृष्णा को लाख समझाया लेकिन उसने एक नहीं सुनी। बच्चों के भविष्य तथा समाज में बदनामी के बारे में भी बताया गया था। इसके बावजूद कृष्णा सभी रिश्तों को तार-तार कर नसीब के साथ चली गई। 

कृष्णा ने अपने पति, 4 बच्चे छोड़, रिश्ते-नाते तोड़ जिस प्रेमी के लिए दूसरी शादी की, उसी प्रेमी ने उसकी जिंदगी के साथ दगा की। दरअसल, कृष्णा ने नसीब के साथ जब शादी की थी, उस समय दोनों का प्यार अपने परवान पर था। शादी के 2 साल बाद ही नसीब उसके चरित्र पर शक करने लगा। इसके चलते दोनों में अक्सर झगड़ा होने लगा। कृष्णा नसीब के लिए अपने माता-पिता, बच्चे, भाई सबको छोड़ आई थी। वह उनके पास वापस नहीं जा सकती थी। उसके पास नसीब के सितम झेलने के अलावा और कोई चारा नहीं था। आखिर नसीब ने उसकी जिंदगी के साथ दगा करते हुए उसे मौत के घाट उतार दिया।

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