IAS अशोक खेमका का 54वीं बार ट्रांसफर, सरकार ने नहीं दिए महत्वपूर्ण विभाग
punjabkesari.in Saturday, Oct 23, 2021 - 02:49 PM (IST)

डेस्क: सुर्खियों में रहने वाले आईएएस अधिकारी अशोक खेमका का एक बार फिर तबादला हो गया है। यह उनका 54वां तबादला है। अशोक खेमका को इस बार कोई ज्यादा महत्व वाले विभाग नहीं दिए गए हैं। उन्हें विज्ञान एवं तकनीकी विभाग का प्रधान सचिव लगाया गया है। इसके अलावा उन्हें मत्स्य विभाग की भी जिम्मेदारी मिली है, जो कैबिनेट मंत्री जेपी दलाल के पास है।
बता दें कि अशोक खेमका को 2019 में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के प्रधान सचिव पद से हटाकर ही अभिलेखगार, पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग का प्रधान सचिव बनाया गया था। मार्च 2019 में वह खेल एवं युवा मामले विभाग के प्रधान सचिव थे। सरकार ने उन्हें इस पद से हटाकर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के प्रधान सचिव का जिम्मा सौंपा था। नवंबर 2018 में ही उन्होंने खेल एवं युवा मामले विभाग में कार्यभार संभाला था।
गौरतलब है कि हरियाणा में अशोक खेमका 2012 में हुड्डा सरकार के कार्यकाल के दौरान उस समय सुर्खियों में आए, जब उन्होंने कांग्रेस की तत्कालीन अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा तथा रियल एस्टेट दिग्गज डीएलएफ के बीच हुए जमीन सौदे का म्यूटेशन रद्द करने के आदेश जारी कर दिए। यह वह वक्त था, जब केंद्र में यूपीए का राज था और हरियाणा में भी कांग्रेस की सरकार थी। डॉ. अशोक खेमका की भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में हर कोई उन्हें शाबाशी देता जरूर नजर आया, लेकिन जंग के मैदान में कोई उनके साथ नहीं आया। खेमका अकेले ही खड़े जूझते दिखाई दिए।
हुड्डा सरकार के 10 साल में खेमका को 22 तबादलों का सामना करना पड़ा। भाजपा सरकार में खेमका ने समाज कल्याण विभाग में गड़बड़ी पाए जाने पर तीन लाख पेंशनर्स की पेंशन रोकी। खेल विभाग में अनेक अनियमितताएं उजागर कीं। इससे वह भाजपा सरकार के निशाने पर आ गए। अपनी एसीआर के नंबर को लेकर वह सीधा सरकार तक से टकरा चुके हैं। 1991 बैच के आईएएस अधिकारी खेमका की गिनती बेहद ईमानदार अधिकारियों में होती है। वे जिस विभाग में रहे, वहां अनियमितताओं का खुलकर विरोध किया।
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