पेपक लीक मामले पर शिक्षा मंत्री का बयान, हमारे अधिकारी सही जांच नहीं करते तो मामला सीबीआई को देते

8/26/2021 10:53:33 AM

यमुनानगर (सुरेंद्र मेहता ): हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर का कहना है कि पेपर लीक मामले में अगर हमारे पुलिस अधिकारी सही जांच व कार्रवाई नहीं करते तो मामला सीबीआई को दिया जा सकता है।  उन्होंने कहा कि हमारे अधिकारी इस मामले में गहराई तक जाकर जांच कर रहे हैं और उन्होंने जम्मू-कश्मीर तक जांच कर दोषी लोगों को पकड़ा है, ऐसे में हम अपने अधिकारियों को हतोत्साहित नहीं कर सकते। 

यमुनानगर में मीडिया से बातचीत करते हुए कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि इस मामले में जितने भी जुड़े हुए अपराधी हैं उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि अगर हमारे अधिकारी सफल नहीं होते तो जांच सीबीआई से करवाते। इसके साथ ही उन्होंने पूर्व कांग्रेस सरकार पर हमला बोलते हुए कहा की ड्राइंग टीचर और पीटीआई टीचर की भर्ती मामले में और कई बार नॉर्म चेंज किए गए। कोर्ट ने भी टिप्पणी की कि यह लाला की दुकान है। उन्होंने कहा कि आयोग का चेयरमैन दिखावा था।

चेयरमैन सलेक्शन की बजाय अपने लोगों को लगाने का काम करते थे। उन्होंने कहा कि पहले ऐसा चलन भी था कि पेपर कोरा छोड़ आओ। कुछ अधिकारियों पर भी इसी तरह की सिलेक्शन के आरोप लगे थे। लेकिन आज कोई भी पेपर देता है तो उसकी तीन कॉपी होती हैं। जिसमें से एक कॉपी सील की जाती है दूसरी आयोग के पास रहती है और तीसरी परीक्षार्थी के पास। और वह आंसर की से मिलान कर सकता है अगर नंबर कम है तो उसके लिए वह चैलेंज कर सकता है। सारा काम पारदर्शिता से हो रहा है।

 किसान आंदोलन को लेकर उन्होंने कहा कि यह आंदोलन लोकतंत्र व विकास के लिए खतरा है। उन्होंने कहा कि जब आप मंत्री व विधायक को इलाके में नहीं जाने देंगे तो विकास कैसे होगा। उन्होंने कहा कि 500 से अधिक मौतों के लिए किसान नेता जिम्मेवार हैं। हर साल सर्दी के दिनों में बुजुर्गों को बचाने का काम किया जाता है, लेकिन इन किसान नेताओं ने बुजुर्गों को सर्दी के दौरान आंदोलन में भेज दिया ताकि उन्हें शहीद दिखाकर सरकार पर दबाव बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि कांग्रेश सहित कोई भी दल अगर इन किसानों का समर्थन करता है तो वह लोकतंत्र के खिलाफ है, क्योंकि यह लोग किसी को बोलने नहीं देते।

वही शिक्षा मंत्री ने बताया कि अब चौथी से पांचवी तक की कक्षा  1 सितंबर से खोल रहे हैं। इस दौरान पहले की तरह नियमों का पालन होगा और अभिभावक चाहेंगे तो अपने बच्चों को भेज सकते हैं। वहीं उन्होंने तीसरी लहर को लेकर कहा कि बच्चों का स्वास्थ्य प्राथमिकता है उसी के हिसाब से हालात के मुताबिक निर्णय लिया जाएगा। हरियाणा विधानसभा में अन्य विधायकों को ना बोलने के आरोप पर गुर्जर ने कहा कि जितना समय दिया गया वह उनकी संख्या के हिसाब से दिया गया और यह  काफी था। वह समय निकलवा कर चेक कर लें अगर समय ज्यादा मिला है तो इसका मतलब वह झूठ बोल रहे हैं ।

(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।) 

Content Writer

Isha