लॉकडाऊन का प्रभाव : मालगाड़ियों के रैक बढ़ा देशभर में की जा रही अनाज की ढुलाई

4/8/2020 12:48:42 PM

जींद (हिमांशु) : देशभर में हुए लॉकडाऊन के बाद सवारी गाडिय़ों को पूरी तरह से बंद कर दिया गया था। सिर्फ मालगाडिय़ों का परिचालन बंद नहीं किया गया था। उसके बाद से देशभर में मालगाडिय़ों के रैकों को बढ़ाकर देशभर में अनाज की ढुलाई की जा रही है। जींद जंक्शन से भी पहले की अपेक्षा काफी संख्या में मालगाडिय़ों का परिचालन हो रहा है। उत्तर रेलवे ने पूर्ण लॉकडाऊन के दौरान देश के विभिन्न हिस्सों में खाद्यान्न की ढुलाई और आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति शृंखला को बनाए रखने के कार्य को पूरा किया है। इसको लेकर रेलवे द्वारा दिन रात कार्य किया गया है।  

कोरोना महामारी के खिलाफ  अपनी अनथक लड़ाई में उत्तर रेलवे ने पूर्ण लॉकडाऊन के दौरान देश के विभिन्न हिस्सों में खाद्यान्न की ढुलाई की है। बता दें कि उत्तर रेलवे द्वारा 70 प्रतिशत से अधिक खाद्यान्न यातायात पंजाब और हरियाणा राज्यों से प्राप्त किया जाता है। देशव्यापी लॉकडाऊन के कारण देश के विभिन्न्न हिस्सों तक अनाज की ढुलाई करना एक बड़ी चुनौती थी। देश के 80 करोड़ पी.डी.एस. लाभार्थियों को खाद्यान्न वितरित करने के लिए खाद्यान्न ढुलाई के कार्य का समन्वय करना आसान काम नहीं था।

पंजाब और हरियाणा से खाद्यान्न लदान बढ़ाने के साथ-साथ खाद्यान्न की कमी वाले राज्यों को इसकी तत्काल आपूर्ति किए जाने जरूरत थी क्योंकि सरकार ने प्रति लाभार्थी 15 किलोग्राम अतिरिक्त अनाज मुफ्त देने की घोषणा की थी। सरकार ने राज्यों को क्रै डिट पर अग्रिम में 3 महीने का अनाज उठाने की अनुमति दी थी। इसके परिणामस्वरूप उत्तर रेलवे पर एक दिन में औसतन 15 रेक से लेकर 40 रेक तक लोङ्क्षडग आवश्यकता में अचानक वृद्धि हुई।कोरोना के कारण कठिन कार्य स्थितियों के बीच कर्मचारियों की व्यवस्था करना और उन्हें दिन-रात प्रेरित रखना भी अधिकारियों के लिए एक कठिन कार्य रहा है। 

रेलवे के यह कर्मचारी लगे दिन-रात कार्य में 
देश भर से खाली कवर रेक की पर्याप्त आपूर्ति का प्रबंधन करना और उन्हें पंजाब और हरियाणा में स्थानांतरित करना एक बड़ी चुनौती रही। रेलवे के परिचालन अधिकारियों में 450 सैक्शन कंट्रोलर, 5000 स्टेशन मास्टर, 400 गाडर्स, 200 शंटिंग स्टाफ , 3000 प्वाइंट्समैन के साथ दिन-रात कार्य कर रहे हैं ताकि लेबर या ट्रकों की कमी के बावजूद टर्मिनलों पर अनलोडिंग और लोडिंग सुनिश्चित की जा सके।

उत्तर रेलवे के परिचालन अधिकारियों द्वारा टर्मिनल रिलीज, श्रम उपलब्धता के लिए जिला स्तर पर जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक के साथ-साथ निरंतर बातचीत की जा रही है। इतना ही नहीं, राज्यों में आवश्यकता के अनुसार गंतव्य की व्यवस्था के लिए भारतीय खाद्य निगम के साथ सावधानीपूर्वक पूर्व.योजना बनाई जा रही है। इस लॉकडाऊन अवधि में आपातकालीन वाहनों और विशेष ट्रेनों के माध्यम से कर्मचारियों को घर से नियंत्रण कार्यालयों तक लाने और ले जाने की व्यवस्था की जा रही है ।  

Edited By

Manisha rana