बाय बाय 2020: सामाजिक संस्थाओं की रही अहम भागीदारी, नेताओं ने नहीं दिखाई दिलचस्पी

12/30/2020 10:04:13 PM

सोहना (सतीश राघव): साल 2020 में देश के अंदर अचानक आई वैश्विक महामारी कोविड-19 के दौरान सोहना में कार्यरत सामाजिक संस्थाओं का अहम रोल देखने को मिला है। वहीं स्थानीय राजनीतिक पार्टी के नेताओं ने इस वैश्विक महामारी के दौरान गरीबों की मदद करना तो दूर की बात गरीबों के बीच पहुंच कर उनका हाल चाल जानना भी ठीक नहीं समझा। 



बता दें कि कस्बा की सामाजिक संस्थाओं ने ही नहीं कस्बा में रहने वाले किन्नर समाज के सदस्यों ने भी लॉकडाउन के दौरान अपना विशेष योगदान दिया है, जिन्होंने इस वैश्विक महामारी में सामाजिक संस्थाओं के साथ मिलकर गरीब अहसाय लोगों को खाना खिलाने के साथ साथ रोजमर्रा प्रयोग किए जाने वाला समान वितरित करते हुए अपने-अपने गृह क्षेत्र के लिए पलायन करने वाले श्रमिकों को ठहराने व उनकी जरूरत का समान मुहैया कराने सहित लोगों के बीच जाकर उन्हें वैश्विक महामारी से बचाव के लिए जागरूक करने के लिए भी जागरूकता अभियान चलाया। 

इतना ही नहीं सामाजिक संस्थाओं ने देश के प्रधानमंत्री द्वारा कोरोना कॉल में की गई अपील को भी जन जन तक पहुंचाने में भी अपनी अहम भूमिका निभाने का काम किया था, जिसका उदहारण आज सभी के बीच है लोग सतर्कता के साथ जमकर इस वैश्विक महामारी का मुकाबला कर रहे है।



इन सरकारी कर्मियों ने भी समय से ज्यादा किया काम
बता दें की सामाजिक संस्थाओ के साथ लॉकडाउन के दौरान पुलिस कर्मी, स्वास्थ्य कर्मी व सफाई कर्मचारियों का भी अहम योगदान देखने को मिला है। जिन्होंने समय से ज्यादा ड्यूटी कर मानवता का परिचय दिया है।

किस किस समाज सेवी संस्था का रहा योगदान
कस्बा की प्रमुख समाज सेवी संस्था उन्नति चेरिटेबल ट्रस्ट द्वारा जहां कोरोना काल से पहले गरीबों के लिए शनि मंदिर पर मुफ्त खाने की रसोई चलाई हुई थी, वहीं कोरोना काल के दौरान लोगों के बीच जाकर बना बनाया खाना, सूखा राशन, कपड़े, जूते, शैम्पू, साबुन, मास्क सैनिटाइजर भी वितरित किए गए। इसके अलावा कस्बा में सरकार की तर्ज पर ट्रस्ट द्वारा 11 हजार गरीब परिवारों के राशन कार्ड बनाकर उनको मुफ्त सूखा राशन व हरी सब्जियां वितरित की थी। 



लॉकडाउन के दौरान ठहरे प्रवासी श्रमिकों की पहले से ही तय शादी सेल्टर होम में धूमधाम के साथ कराई गई। इसके अलावा लायंस क्लब, जरूरत की रसोई, दिल टाउन टीम, साक्षी, शोशक्ति एनजीओ के अलावा कुछ दानी दाताओं ने भी अपनी नेक कमाई से जरूरत मंद लोगों को जरूरत का समान वितरित किया।

कोरोना कॉल के दौरान अधिकारी खा गए गरीबों का हक 
हरियाणा सरकार द्वारा कोरोना काल के दौरान बेरोजगार हुए परिवार व दिहाड़ीदार मजदूरों के लिए एक करोड़ रुपये की राशि भेजी गई थी, लेकिन गरीब लोगों के लिए राशन वितरण के अलावा मास्क, सैनिटाइजर के अलावा अन्य जरूरत का समान वितरण करने के नाम पर फर्जी बिल बनाकर सरकारी धन को हड़प लिया गया। 



जिसका खुलासा एक आरटीआई के दौरान हुआ था, लेकिन सरकार की तरफ से फर्जी बिल बनाकर गरीबों का हक खाने वाले अधिकारी व कर्मचारियों के खिलाफ किसी तरह की कोई कार्यवाही अभी तक अमल में नहीं लाई गई है, जबकि अधिकारियों ने उस समान तक का फर्दी बिल बनाया गया था जो समाजसेवी संस्थाओं द्वारा सरकारी अधिकारियों को गरीबो में वितरित करने के लिए दान दिया था।

vinod kumar