स्कूलों के सौंदर्यीकरण से शिक्षा के गिरते स्तर में क्या सुधार आएगा : अभय

3/12/2020 8:51:11 AM

चंडीगढ़ : हरियाणा शिक्षा विभाग द्वारा सरकारी स्कूलों का सौंदर्यीकरण करने बारे स्वागत करते हुए इनैलो नेता अभय सिंह चौटाला ने कहा कि यह अच्छी बात है कि स्कूलों के मुख्य द्वार व दीवारें आदि आकर्षक होनी चाहिए और इन पर स्लोगन आदि लिखकर सुसज्जित करना चाहिए परंतु क्या सौंदर्यीकरण करने के नाम से शिक्षा के गिरते स्तर में कोई सुधार आएगा? क्या अभिभावक एवं विद्यार्थी स्कूलों के सौंदर्यीकरण को देखकर उनमें दाखिला लेने के लिए आकर्षित होंगे?

क्या सरकारी स्कूलों का सौंदर्यीकरण करने से निजी स्कूलों के शिक्षा स्तर की बराबरी करने में सरकारी स्कूल सक्षम होंगे? उन्होंने कहा कि सौंदर्यीकरण करने पर इतनी बड़ी राशि खर्च करने की बजाय सरकार को आवश्यकतानुसार स्कूलों में भवनों का निर्माण करना चाहिए, विद्यार्थियों के बैठने के लिए डैस्क आदि उपलब्ध करवाने चाहिए, लड़के और लड़कियों के लिए अलग-अलग शौचालयों में उचित व्यवस्था करनी चाहिए और पीने के पानी का प्रबंध अति आवश्यक है, क्योंकि आमतौर पर स्कूलों में पीने के साफ पानी की व्यवस्था न होने के कारण विद्यार्थी घरों से बोतलों आदि मेंं पानी लेकर आते हैं। 

अगर राशि खर्च करनी है तो इन उपरोक्त सुविधाओं पर करनी चाहिए, क्योंकि विद्यार्थियों को सुविधाएं उपलब्ध करवाना विभाग का प्रथम कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि सरकार को शिक्षा बजट में और ज्यादा बढ़ोत्तरी करनी चाहिए और शिक्षा के स्तर में सुधार करने के लिए स्कूलों का सौंदर्यीकरण करने के साथ-साथ जहां पर 40 हजार शिक्षकों की कमी है उसकी तुरंत भरपाई करनी चाहिए तथा लगभग 3300 उच्च/वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों में 1600 स्कूलों में मुख्यध्यापक/ प्रधानाचार्य के खाली पदों को तुरंत भरना चाहिए ताकि स्कूलों का प्रबंधन सुचारू हो सके। इनैलो नेता ने कहा कि अचम्भे की बात है कि उच्चस्तर शिक्षा विभाग में इन्फॉर्मेशन एंड टैक्नोलॉजी आदि विषयों के लिए कालेजों में विद्यार्थी तो हैं परंतु शिक्षकों के लिए पद स्वीकृत नहीं हैं। 

Isha