जींद की धरती कर रही पुकार 'इस देश आना मेरी लाडो'

1/12/2020 12:29:58 PM

जींद (जसमेर): अम्मा जी के सीरियल ना आना इस देश मेरी लाडो की जगह जींद में अब लाडो खूब जन्म ले रही हैं। जींद की धरती अब इस देश आना मेरी लाडो का संदेश देने लगी है। पिछले साल दिसम्बर महीने के अंत तक जिले का सैक्स रेशो 936 पर रहा।

सैक्स रेशो के मामले में जींद जिला प्रदेश के टॉप-फाइव जिलों में पिछले साल शुमार रहा। साल 2019 में जिले में बेटियों ने माताओं की कोख से खुलकर जन्म लिया। कन्या भू्रण हत्या पर सख्ती से रोक लगी और इस तरह के गैर-कानूनी धंधे में लगे लोगों पर जींद के स्वास्थ्य विभाग ने शिकंजा कसा तो इसके अच्छे और सुखद परिणाम सामने आए। साल 2019 के दिसम्बर महीने के अंत तक जिले का सैक्स रेशो 936 रहा। इससे मतलब यह है कि जिले में 1 हजार लड़कों के पीछे 936 लड़कियों ने जन्म लिया।

साल 2019 के अक्तूबर महीने तक जिले का सैक्स रेशो 938 था और जींद जिला सैक्स रेशो के मामले में प्रदेश में तीसरे स्थान पर रहा था। 2019 के अंत तक जिला सैक्स रेशो के मामले में प्रदेश में चौथे स्थान पर रहा। जिले का सैक्स रेशो 936 रहा और जिला इस मामले में प्रदेश के टॉप-फाइव जिलों में शुमार रहा। 

डा. संजय दहिया के सिविल सर्जन रहते हुआ था जींद के सैक्स रेशो में सुधार
सिविल सर्जन के पद पर लगभग 3 साल तक तैनात रहे डा. संजय दहिया के कार्यकाल में जिले में सैक्स रेशो में सुधार शुरू हुआ था। डा. संजय दहिया पिछले साल मार्च महीने तक जींद में सिविल सर्जन के पद पर तैनात थे। उनके जींद में सिविल सर्जन नियुक्त होने से पहले जींद जिले का सैक्स रेशो 900 से कम पर था। उन्होंने जिले में गर्भ में पल रहे बच्चे के ङ्क्षलग की जांच करने वालों से लेकर अवैध रूप से गर्भपात करने वालों पर शिकंजा कसा तो जींद का सैक्स रेशो सुधरने लगा। उनके बाद अब जींद की सिविल सर्जन डा. मंजू कादियान भी जिले में सैक्स रेशो में सुधार के प्रयास लगातार जारी रखे हुए हैं। 

Isha